जम्मू कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हो गए. वहीं इस दौरान एक पुलिसकर्मी मंजूर अहमद शहीद हो गए, जबकि सेना के दो जवान तथा एक सीआरपीएफ कॉन्सटेबल घायल भी हुए हैं. इस मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की पहचान शीर्ष हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर आकिब मौलवी और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ओसामा के रूप में हुई है.
हालांकि एनकाउंटर खत्म होने के बाद रविवार दोपहर को एक बार फिर से फायरिंग शुरू होने की खबर आ गई. इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है. ये फायरिंग उस समय हुई, जब सुरक्षा बल उस ढाह गए घर में छानबीन कर रहे थे, जिसमें शनिवार शाम से आतंकवादी के होने की खबर थी.
एक आतंकी पाकिस्तानी नागरिक
त्राल मुठभेड़ में मारा गया दूसरा आतंकी पाकिस्तानी नागरिक है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वेद ने कहा कि हमने 2 आतंकियों को मारा गिराया. उनमें से एक पाकिस्तानी था. यह जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों के द्वारा किया गया जॉइंट ऑपरेशन था.
आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य बुरहान वानी इसी क्षेत्र का रहने वाला था. दरअसल सुरक्षों बलों को यहां एक मकान में हिजबुल मुजाहिदीन के चार-पांच आतंकियों के छुपे होने की सूचना मिली थी. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस सूचना के आधार पर सेना ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया था. शाम को सुरक्षा बलों ने जब मकान को घेर लिया, तो इससे बौखलाए आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया और दोनों तरफ से भारी गोलीबारी शुरू हो गई. सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में मकान का आधा हिस्सा गिरा दिया, लेकिन उग्रवादी तब भी उन पर गोलियां चला रहे थे.
इससे पहले सूत्रों ने बताया कि इस मुठभेड़ के बाद एक पाकिस्तानी आतंकी का शव बरामद हुआ है, जबकि अन्य आतंकियों की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल पर प्रदर्शनकारियों के जमा होने के कारण इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इन प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के एक जवान की राइफल छीन ली थी. भीड़ को खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. इन झड़पों में सीआरपीएफ और पुलिस के सात जवानों सहित करीब 25 लोग जख्मी हो गए