करीब 80 रुपये प्रति किलो बिक रहे प्याज की कीमत में अभी और इजाफा होगा. भले सरकार मिस्र और अफगानिस्तान से प्याज आयात कर रही है, फिर भी इसकी कीमतों में कम से कम 10 फीसदी उछाल की आशंका जताई जा रही है.
बेमौसम बरसात के चलते प्याज की फसल को नुकसान होने के बाद मंडी में इसकी सप्लाई कम हो रही है. यही वजह है कि तमाम सरकारी कोशिशों के बावजूद इसकी कीमत बढ़ रही है. आलम ये है कि प्याज की महंगाई के खिलाफ लखनऊ हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है. वहीं नासिक में करीब 700 किलो प्याज चोरी हो गए. सरकार की परेशानी इतनी बढ़ गई कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्याज के पेस्ट का इस्तेमाल करने की सलाह दे डाली.
सरकार ने बढ़ाया न्यूनतम निर्यात मूल्य
प्याज के निर्यात पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य 28,148.06 रुपये प्रति टन से 46,361.50 रुपये प्रति टन कर दिया है.
10 हजार टन प्याज आयात की तैयारी, 27 अगस्त को खुलेगा टेंडर
महाराष्ट्र सरकार की MMTCBSE ने करीब 10 हजार टन प्याज आयात की योजना बनाई है. इसके लिए 27 अगस्त को टेंडर खुलेंगे.
पिछले साल से प्याज का उत्पादन कम
साल 2014-15 (जुलाई-जून) में करीब 184 लाख टन प्याज के उत्पादन का अनुमान लगाया गया है. पिछले साल यह आंकड़ा 194 लाख टन तक था.
जमाखोरों पर राज्य सरकारों ने नहीं की कार्रवाई: रामविलास पासवान
सोमवार को खाद्य और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा के बाद खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा, 'प्याज का मेन प्रोब्लम यह है कि
2014-15 में करीब 5 लाख टन पैदावार कम हुई, इससे बाजार में पैनिक हुआ और होर्डिंग शुरू हुई.'
So Sorry: प्याज की कहानी, आम आदमी की जुबानी