प्याज की कीमतों पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने कहा, 'वित्तमंत्री जी ये जान कर अच्छा लगा कि आप खुद प्याज-लहसुन नहीं खाती हैं, लेकिन आप खुद की नहीं देश की वित्त मंत्री हैं. प्याज-लहसुन के दाम आम आदमी को लूट रहे हैं तो आपको हल निकालना होगा.'
2/2..बिचौलिए मालामाल हुए और किसान आत्महत्या के लिए मजबूर।
इन खराब नीतियों के चलते की बुवाई का रकबा घट गया। आपने उसके लिए भी कुछ नहीं किया। अब प्याज आंसू रुला रहा है। किसान को कुछ नहीं मिला, आम जन महंगा प्याज खरीदे। बस बिचौलियों की चाँदी है।
ये आपकी नीति का दिवालियापन है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 11, 2019
प्रियंका गांधी ने कहा, ' जब किसान ने बंपर प्याज उगाई तो आपने उन्हें 2 रुपये, 8 रुपये किलो दाम दिया. बिचौलिए मालामाल हुए और किसान आत्महत्या के लिए मजबूर. इन खराब नीतियों के चलते की बुवाई का रकबा घट गया. आपने उसके लिए भी कुछ नहीं किया. अब प्याज आंसू रुला रहा है. किसान को कुछ नहीं मिला, आम जन महंगा प्याज खरीदे. बस बिचौलियों की चांदी है. ये आपकी नीति का दिवालियापन है.'
बता दें कि प्याज की महंगाई ने जहां लोगों का जायका बिगाड़ दिया है, वहीं तमाम जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ने से आम उपभोक्ताओं को जीवन-निर्वाह के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. इस बात की तसदीक केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान द्वारा मंगलवार को लोकसभा में दी गई जानकारी से हुई.
केंद्रीय मंत्री ने सांसद राहुल रमेश शेवाले और भर्तृहरि महताब के सवालों का लिखित जवाब देते हुए आवश्यक वस्तुओं की जो कीमत सूची सौंपी है उससे जाहिर होता है कि चावल, गेहूं, आटा, दाल, तेल, चाय, चीनी और गुड़ समेत सब्जियों और दूध के दाम में जनवरी के मुकाबले साल के आखिरी महीने दिसंबर में वृद्धि हुई है.
उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा निगरानी की जाने वाली 22 आवश्यक वस्तुओं में से ज्यादातर वस्तुओं के दाम में लगातार वृद्धि का सिलसिला जारी रहा है. खासतौर से आलू, टमाटर और प्याज के दाम में ज्यादा वृद्धि हुई है.
प्याज का औसत खुदरा भाव इस साल मार्च में जहां 15.87 रुपये प्रति किलो था वहीं तीन दिसंबर 2019 को 81.9 रुपये प्रति किलो हो गया. इस प्रकार मार्च के बाद प्याज के दाम में 416 फीसदी का इजाफा हुआ है. चावल और गेहूं के दाम में तकरबीन 10 फीसदी की वृद्धि हुई तो दालों के दाम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.