गुजरात सरकार और राज्य चुनाव आयोग ने प्रदेश में अगले स्थानीय निकाय चुनाव में ई-वोटिंग पेश करने का निर्णय किया है, जिसके बाद गुजरात अपने नागरिकों को आनलाइन माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन जायेगा.
एसईसी सचिव पी एच शाह ने कहा ‘‘ देश में पहली बार किसी आधिकारिक चुनाव में इंटरनेट के माध्यम से आनलाइन वोटिंग संभव होगी. इसकी शुरूआत मध्य अक्तूबर में अहमदाबाद नगर निगम चुनाव से होगी और बाद में राजकोट, बड़ोदरा, सूरत, भावनगर और जामनगर में भी इसका उपयोग होगा.’’
उन्होंने कहा ‘‘राज्य चुनाव आयुक्त के सी कपूर की अध्यक्षता में ई-वोटिंग के सभी आयामों पर विचार करने के लिए एक कार्यबल का गठन किया गया है.’’ इसके अलावा, गुजरत शहरी विकास विभाग ने पिछले सप्ताह एक मसौदा अधिसूचना जारी की है और लोगों से उनकी आपत्ति और सुझाव मांगे हैं.
शाह ने कहा ‘‘ आनलाइन वोटिंग पेश करने का उद्देश्य सम्भ्रांत वर्ग के लोगों को मतदान करने को प्रेरित करना है, जो आमतौर पर मत डालने के लिए मतदान केंद्रों पर जाने और लम्बी कतार में खड़ा होने से बचते हैं. इसके अलावा यह माध्यम युवाओं को भी काफी आकषिर्त करेगा.’’
उन्होंने कहा ‘‘ इस उद्देश्य के लिए हम आईटी कंपनियों को भी शामिल कर रहे हैं ताकि मतदान की पवित्रता बनी रहे और यह सुनिश्चित किया जा सके की फर्जी मतदान नहीं हो.’’ उन्होंने कहा कि आईटी कंपनियों को शामिल करने के लिए बोली की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
इस कदम का स्वागत करते हुए भाजपा नेता शशिरंजन यादव ने कहा कि इससे पारदर्शिता आयेगी और लोगों को मतदान करने के संबंध में काफी स्वतंत्रता प्राप्त हो सकेगी.
दूसरी ओर, गुजरात कांग्रेस ने इस कदम पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा ‘‘ हम नगर निगम चुनाव में आनलाइन माध्यम से मतदान के खिलाफ नहीं हैं लेकिन भाजपा का यह कदम एक खास वर्ग के लिए है, आम लोगों के लिए नहीं.’