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किताब खोलकर दे सकेंगे परीक्षा, CBSE का प्रस्‍ताव!

रट कर परीक्षा देने के दिन जल्‍दी ही लद जाएंगे. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री शशि थरूर ने बताया कि सीबीएसई छात्रों को परीक्षा हॉल में किताब देखकर परीक्षा देने की अनुमति के बारे में सोच रही है.

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सीबीएसई छात्र
सीबीएसई छात्र

रट कर परीक्षा देने के दिन जल्‍दी ही लद जाएंगे. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री शशि थरूर ने बताया कि सीबीएसई छात्रों को परीक्षा हॉल में किताब देखकर परीक्षा देने की अनुमति के बारे में सोच रही है.

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शशि थरूर ने बताया कि सीबीएसई का मार्च 2014 में कक्षा नौंवीं और दसवीं के योगात्मक मूल्यांकन 2 में परीक्षा की ओपन बुक प्रणाली शुरू करने का प्रस्ताव है.

थरूर ने लोकसभा में राकेश सिंह के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि योगात्मक मूल्यांकन 2 का एक घटक छात्रों को पहले से दी गयी पाठ्य सामग्री पर आधारित होगा. उन्होंने बताया कि परीक्षा की ओपन बुक प्रणाली कक्षा 11वीं और 12वीं में ओपन केस स्टडी आधारित पहल के रूप में क्रियान्वित की जाएगी. प्रश्नपत्र में केस स्टडी अनुभाग के नाम से अलग अनुभाग होगा जिसमें विषय से संबंधित केस स्टडीज पर आधारित प्रश्नों का सेट होगा.

थरूर ने बताया कि केस स्टडीज की सामग्री के विषय में स्कूलों को पहले ही सूचित कर दिया जाएगा. शिक्षकों को भी बहुपद्धतियों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि छात्रों पर दबाव बढ़ाने की बजाय, एक ऐसी परीक्षा जिसमें रट कर याद करने की जरूरत नहीं है , वह उन पर मौजूदा दबाव के स्तर को कम कर सकती है.

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