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राज्यसभा उपसभापति चुनावः हरिवंश के खिलाफ विपक्ष से हो सकती हैं वंदना चव्हाण

राज्यसभा के उपसभापति चुनाव के लिए जेडीयू के हरिवंश के खिलाफ विपक्ष ने एनसीपी की वंदना चव्हाण को मैदान में उतारा है. इसके लिए नौ अगस्त को चुनाव होना है.

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वंदना चव्हाण (स्रोतः फेसबुक पेज)
वंदना चव्हाण (स्रोतः फेसबुक पेज)

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राज्यसभा के उपसभापति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्ष के बीच खींचतान शुरू हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जहां एक ओर एनडीए ने जेडीयू के सांसद हरिवंश को उम्मीदवार बनाया है, तो दूसरी ओर विपक्ष ने एनसीपी की वंदना चव्हाण को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकता है.

राज्यसभा के उपसभापति के लिए चुनाव नौ अगस्त को होना है. इसके लिए राजनीतिक दल पुरजोर तरीके से तैयारी में जुट हुए हैं. वहीं, इस उम्मीदवारी पर NDA में फूट पड़ती दिख रही है, लेकिन जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने अन्य दलों से समर्थन मांगना शुरू कर दिया है.

नीतीश ने इस मसले पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) से बात की. उन्होंने केसीआर से फोन पर बात की और हरिवंश को समर्थन करने की बात कही. केसीआर ने उनको आश्वासन दिया कि वो अपनी पार्टी के नेताओं और साथियों से बात करने के बाद ही इस मामले में फैसला लेंगे.

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वहीं वंदना ने कहा है कि अगर राज्य सभा की उपसभापति कोई महिला बनती है तो उन्हें काफी खुशी होगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं हुआ है. विपक्षी दलों की बैठक जारी है. कुछ कहने के बजाए अभी इंतजार करना सही होगा.

NDA में पड़ी फूट!

राज्यसभा में उपसभापति के लिए एनडीए की तरफ से उम्मीदवार जेडीयू सांसद हरिवंश को बनाए जाने से एनडीए की दो सबसे पुरानी सहयोगी पार्टियां अकाली दल और शिवसेना नाराज हैं. दरअसल, अकाली दल को उम्मीद थी कि राज्यसभा में एनडीए का उपसभापति का उम्मीदवार उनका होगा.

बता दें कि अकाली दल से नरेश गुजराल का नाम चर्चा में था, लेकिन अंतिम समय पर बीजेपी ने जेडीयू के सांसद हरिवंश को उम्मीदवार बना दिया, जिससे अकाली दल में नाराजगी हैं. इसे लेकर पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में अकाली दल के संसदीय दल की बैठक केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के घर पर हुई.

ये है उपसभापति के लिए गणित?

संख्याबल के हिसाब से देखा जाए, तो राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 244 है. मतलब एनडीए को बहुमत के लिए 123 सदस्यों का समर्थन चाहिए. बीजेपी के 73, जेडीयू के छह, अकाली दल के तीन, शिवसेना के तीन, बोडो पीपल फ़्रंट के एक, नगा पीपल फ़्रंट के एक, सिक्किम डेमक्राटिक फ़्रंट के एक, आरपीआई के एक, तीन निर्दलीय और तीन मनोनीत सदस्यों को मिलाकर कर NDA के पास 95 सांसद हैं.

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ऐसे में एनडीए को चुनाव जीतने के लिए अन्य 28 सांसदों की जरूरत है. सूत्रों के मुताबिक एआईएडीएमके के 13, टीआरएस के छह और वाईएसआर कांग्रेस के दो सदस्य एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश को अपना समर्थन देने के लिए सहमति दे चुके हैं. फिलहाल एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश को ताज़ा संख्याबल के अनुसार 116 सांसदों का समर्थन प्राप्त है.

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