एक तरफ यूरोपीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर दौरे पर था दो दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) ने कश्मीर की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए इसमें सुधार की अपील की. इन दोनों घटनाओं को एकसाथ जोड़ते हुए देश की विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बोल दिया और इसे 'राष्ट्रीय शर्मिंदगी' करार दिया.
विपक्षी नेताओं ने सरकार पर कश्मीर मुद्दे पर भारत की स्थिति से समझौता करने का आरोप लगाया और कहा कि कश्मीर में लगभग तीन महीने से बंद की स्थिति है. विपक्ष ने बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की बात को आगे बढ़ाया जिन्होंने यूरोपीय सांसदों के दौरे को रद्द करने की अपील की थी.
राहुल गांधी का सरकार पर हमला
राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए एक ट्वीट में लिखा, यूरोप के सांसदों को जम्मू-कश्मीर के गाइडेड टूर पर भेजा जा रहा है जबकि देश के सांसदों को वहां जाने से मनाही है. इसमें बहुत कुछ गलत है. राहुल गांधी से सुर मिलाते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूरोपीय सांसदों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया और उन्हें इस्लामोफोबिक्स और नाजी प्रेमी बताया.
MPs from Europe are welcome to go on a guided tour of Jammu & #Kashmir while Indian MPs are banned & denied entry.
There is something very wrong with that.https://t.co/rz0jffrMhJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 28, 2019
ओवैसी ने कहा, यूरोपीय सांसदों की यह कितनी अच्छी पसंद है जो इस्लामोफोबिया से ग्रसित हैं और मुस्लिम बहुल कश्मीर घाटी का दौरा करने जा रहे हैं. ओवैसी ने सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, गैरों पे करम अपनों पे सितम, ऐ जान-ए-वफा ये जुल्म न कर, रहने दे अभी थोड़ा सा धरम.
प्रियंका गांधी का ट्वीट
ईयू के संसदीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की. प्रियंका गांधी ने मंगलवार को ट्वीट किया, कश्मीर में यूरोप के सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुंचते ही हवाईअड्डे से वापस भेज दिया गया! बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह. विपक्ष की इस आलोचना में पीडीपी, बीएसपी और समाजवादी पार्टी भी शामिल हुईं. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसे पीआर स्टंट करार दिया.
MPs from Europe are welcome to go on a guided tour of Jammu & #Kashmir while Indian MPs are banned & denied entry.
There is something very wrong with that.https://t.co/rz0jffrMhJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 28, 2019
आजाद ने भी जताई आपत्ति
विपक्षी दलों ने संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे को उठाने की धमकी दी है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 'मुझे कश्मीर में भेजे जाने वाले किसी भी पैनल से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मुझे क्यों मना किया गया .... राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्री कश्मीर में अपने घरों के अंदर बंद हैं और एक दिल्ली में और आप 27 यूरोपीय सांसदों के लिए लाल कालीन बिछा रहे हैं. आजाद ने जंतर-मंतर पर एक विरोध प्रदर्शन में यह बात कही.
उधर बीजेपी नेता खालिद जहांगीर ने कहा कि वे घाटी में हालात का निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा, 'गुलाम नबी आजाद कश्मीर गए हैं लेकिन कोई भी कश्मीरी उनके जैसे लोगों से नहीं मिलना चाहता. कश्मीरियों ने ऐसे लोगों को खारिज कर दिया जिन्होंने पैसे बनाए और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया.'