अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट द्वारा भारत में लॉबिंग के लिए पैसे देने संबंधी खुलासे की संयुक्त संसदीय समिति से या स्वतंत्र जांच कराने की मांग को लेकर संसद में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ, जिसकी वजह से लोकसभा और राज्यसभा की बैठक कई बार स्थगित करनी पड़ी.
लोकसभा में दिन भर वॉलमार्ट का मुद्दा ही छाया रहा और सदन की बैठक तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर लगभग तीन बजे पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
राज्यसभा में वॉलमार्ट मुद्दे पर सदन की बैठक बाधित हुई हालांकि पदोन्नति में आरक्षण मुद्दे पर सपा सदस्यों ने हंगामा किया और सदन की बैठक कुल मिलाकर चार बार के स्थगन के बाद लगभग चार बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.
इस बीच सरकार ने ऐलान किया कि वह वॉलमार्ट प्रकरण की जांच को तैयार है लेकिन उसने यह नहीं बताया कि जांच का स्वरूप क्या होगा.
लोकसभा में अधिकांश सदस्यों ने मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग की. भाजपा और सपा ने कहा कि प्रकरण की निष्पक्ष और न्यायिक जांच हो.
भाजपा ने कहा कि मामले की जांच तयशुदा समयसीमा के भीतर होनी चाहिए. राज्यसभा में भाजपा और माकपा ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की.
उल्लेखनीय है कि वॉलमार्ट ने अमेरिकी सीनेट में खुलासा किया है कि उसने भारत में लॉबिंग के लिए 125 करोड़ रुपये खर्च किये.
लोकसभा में भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने सरकार से सवाल किया कि वह मामले में जेपीसी गठित करना चाहती है या न्यायिक जांच कराना चाहती है.
भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, अन्नाद्रमुक और जदयू के सदस्यों ने सरकार से इस पूरे मामले पर जल्दी से जल्दी जवाब देने और सदन में जांच की घोषणा की मांग की.