राष्ट्रपति चुनाव से पहले और सोनिया गांधी की डिप्लोमेटिक लंच पार्टी के बाद एक बार फिर देश के विपक्षी दल एकजुट नजर आने वाले हैं. आगामी 4 जून को आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे के मुद्दे पर विपक्षी दलों का जमावड़ा लगने वाला है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस राजनीतिक जमावड़े की अगुवाई कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी स्वयं करेंगे. माना जा रहा है कि विरोध के इस मंच पर अखिलेश, राहुल और तमाम विपक्षी नेता एक साथ दिख सकते हैं.
इसके मद्देनजर आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के भीमवरम में बड़े कार्यक्रम की तैयारी चल रही है. आयोजन को सफल बनाने और मोदी सरकार को विपक्ष की एकता दिखाने के लिए आंध्र प्रदेश के बंटवारे का समर्थन करने वाले दलों को न्योता दिया गया है. इसके अलावा राज्य बंटवारे के बाद आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज दिए जाने के पक्ष में रहे दलों को भी न्योता दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए शरद यादव, सीताराम येचुरी, डी राजा, रामगोपाल यादव और एनसीपी समेत तकरीबन 14 दलों के नेताओं से बातचीत की गई है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी के एक बार फिर एक मंच पर आने की तैयारी है. इसके अलावा बाकि बड़े विरोधी दल के नेता भी इस मौके पर एक साथ होंगे.
आपको बता दें कि यूपीए सरकार के दौरान आंध्र और तेलंगाना के बंटवारे के वक्त यह प्रस्ताव पास हुआ था. विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार ने अब तक आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज नहीं दिया.
कुल मिलाकर देखा जाए तो यह विपक्ष की आंध्र प्रदेश में टीडीपी और बीजेपी के गठजोड़ पर हमला बोलने की तैयारी है.