केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने महंगाई को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. शरद पवार के इस रवैया का विपक्ष ने पुरजोर विरोध किया है और शरद पवार के इस्तीफे की मांग की है.
महंगाई के मसले पर शरद पवार ने कहा कि गन्ने के उत्पादन कम होने के कारण चीनी की कीमतों पर लगाम लगाना मुश्किल हो गया है. इस बीच कांग्रेस ने कहा है कि महंगाई से निपटने के लिए सभी को आगे आना होगा और अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी.
उधर केंद्रीय मंत्री के बयान से खफा बीजेपी ने कहा है कि महंगाई पर काबू पाने में नाकाम सरकार और मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
ज्ञात हो कि जब जब शरद पवार ने महंगाई पर बयान दिया है महंगाई और बढ़ी है. कुछ दिन पहले शरद पवार ने कहा था कि अगले 3 महीनों तक अनाजों की कीमतें घटने की उम्मीद नहीं है. नई फसल आने के बाद ही राहत मिल सकेगी.
कृषि मंत्री के बयान से महंगाई की मार से तबाह जनता की रही-सही उम्मीदों पर भी पानी फिर गया. ऐसा ही कुछ बयान उन्होंने चीनी को लेकर भी दिया जिसके कारण चीनी की कीमतों में भी भारी उछाल आया.