कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष ने जहां एक ओर मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही का बायकॉट कर दिया है, वहीं संसद के बाहर कांग्रेस के सांसद काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में हो रहे इस प्रदर्शन को आरजेडी-जेडीयू और समाजवादी पार्टी जैसे दूसरे विपक्षी दलों का भी साथ मिला है. इसके साथ ही विपक्ष ने सरकार पर जुबानी हमला तेज कर दिया है.
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सांसदों का निलंबन लोकतंत्र का काला दिन है. उन्होंने कहा, 'सरकार को सहनशील होना चाहिए. बहुमत का घमंड नहीं करना चाहिए. सरकार जिस तरह का रवैया अपना रही है वह सही नहीं है.'
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि लोकसभा स्पीकर का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है और इस ओर उन्हें फिर से विचार करना चाहिए.
The decision taken by the LS Speaker (Cong MPs suspension) is unfortunate, should be reconsidered: Mayawati pic.twitter.com/UKAY3jsp0L
— ANI (@ANI_news) August 4, 2015
कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा, 'जो हमारा मुद्दा है, सरकार को उसे मानना पड़ेगा. संसद सदस्यों का है, सरकार का नहीं.'
हम कांग्रेस के साथ खड़े हैं: जेडीयू
जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस सांसदों के साथ जो हुआ है वह बहुत बुरा है और यह एक तानाशाही रवैया है. त्यागी ने कहा, 'यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है. हम कांग्रेस के साथ हैं. हम लोकसभा और राज्यसभा का बहष्कार करते हैं.'
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस और विपक्षी दलों के जुबानी हमले पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी नेता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'हम कब से चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष जानबूझकर हंगामा कर रही है. सांसदों का निलंबन इसलिए हुआ कि वह सदन की कार्यवाही चलने देने में बाधा उत्पन्न कर रहे थे.'
Democracy ka murder khud karne ke baad,orphan hone ke baad, kaho ki mai orphan ho gya..cntd: Meenakshi Lekhi, BJP pic.twitter.com/SJLne1oj1o
— ANI (@ANI_news) August 4, 2015
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने वाले आज खुद इसकी शिकायत कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र की हत्या खुद करने के बाद, अनाथ होने के बाद कहो कि मैं अनाथ हो गया. मुझे हंसी आती है. पहले मां-बाप का कत्ल कर दो और फिर कहो कि मैं अनाथ हो गया. वही हाल कांग्रेस का है.'