कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी यूडीएफ के सदस्यों ने आज केरल विधानसभा से वॉकआउट कर दिया. वॉकआउट कारण रहा विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को अध्यक्ष की अनुमति न मिलना. यह प्रस्ताव पैट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों के विरोध में सत्ता पक्ष द्वारा 10 दिन के भीतर दोबारा बंद आयोजित और उस से आम जनता को होने वाली परेशानी के मामले पर चर्चा के लिए दिया गया था.
इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस के उपनेता जी कार्तिकेयन ने कहा कि एक ही मुद्दे को लेकर दूसरी बार बंद करना आज तक कभी नहीं हुआ. और त्रिपुरा की वाम सरकार के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने अपने राज्य में ‘पर्याप्त विवेक’ का परिचय देते हुए दूसरे बंद का आह्वान नहीं किया.
कार्तिकेयन ने आरोप लगाया कि माकपा और भाजपा का आज का बंद वाम के लिए अहम है इस के सहारे ही वह भविष्य में गठबंधन का रास्ता खोल लेना चाहती है.
कांग्रेस नेता कार्तिकेयन ने पेट्रोलियम उत्पादों से अतिरिक्त राजस्व कर हटाने की मांग भी की.
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अच्युतानंदन ने कहा कि जरूरी चीजों की कीमत बढ़ने से आम आदमी प्रभावित हुआ है, इसलिए राज्य में 10 दिन के भीतर दोबारा बंद करने के लिए वह शर्मिंदा नहीं हैं.