भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फैसला किया है कि पड़ोसी देश पकिस्तान से हिन्दुस्तान के किसी भी राज्य में कोई भी नागरिक आता है तो उसे पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया सहित 7 देश ऐसे हैं, जहां पोलियो खत्म नहीं हुआ है. न सिर्फ इन देशों से भारत आने वाले बल्कि इन देशों की यात्रा पर जाने वालों को भी पोलियो की खुराक देने का प्रावधान किया गया है.
छत्तीसगढ़ में भी इस पर एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया, केन्या, सीरिया और इथोपिया पोलियो से प्रभावित देशों में शामिल हैं. भारत में सर्वाधिक पाकिस्तान, नाईजीरिया और केन्या से लोग आते हैं. छत्तीसगढ़ के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. सुभाष पांडे कहते हैं कि केंद्र से दिशा-निर्देश मिला है कि उन सात देशों से आने वाले प्रत्येक नागरिक को पोलियो की दवा पिलाई जाए जो पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित नहीं हुए हैं. छत्तीसगढ़ में पाकिस्तान से सर्वाधिक लोग आते हैं.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को जानकारी दे दी गई है कि वह सभी आने वाले व्यक्तियों की जानकारी दें. समुदाय विशेष के शीर्ष पदाधिकारियों को सूचना दे दी गई है कि विदेशी नागरिकों, पोलियो प्रभावित देशों के लोगों की जानकारी न सिर्फ दें, बल्कि उन्हें जिला अस्पताल में ले जाकर पोलियो की दवा भी पिलवाएं.
यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि 11 फरवरी को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत को पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित किया है. अब अगर एक भी नया मामला सामने आता है तो बीते 18 साल की मेहनत, अरबों रुपये और इस कार्य में लगे लोगों की मेहनत बेकार चली जाएगी.
सूबे के टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी जिला अस्पतालों में पोलियो वायरस का प्रसार रोकने के लिए पोलियो टीकाकरण की व्यवस्था की गई है. पोलियो की दवा सिर्फ पांच साल तक के विदेशी बच्चों को ही नहीं, बल्कि भारत आने वाले उस प्रत्येक नागरिकों को पिलाई जाएगी, जो पोलियो प्रभावित राष्ट्र के नागरिक हैं, चाहे वह किसी भी आयु वर्ग का हो.
उल्लेखनीय हैं कि छत्तीसगढ़ में रविवार को पोलियो के द्वितीय चरण के तहत पोलियो ड्राप पिलाई जा रही है. इसमें 23600 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 80 हजार कर्मियों की तैनाती की गयी है.