वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग को लेकर अब सेना के बाद अर्धसैन्य बलों के रिटायर अधिकारी भी सोमवार से धरने पर बैठ गए हैं. सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और एसएसबी जैसे बलों के पूर्व अधिकारियों की संस्था ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया.
इन रिटायर अधिकारियों का कहना है कि ये लोग पिछले एक दशक से भी अधिक समय से इन मांगों के पूरा होने के इंतजार में हैं, लेकिन अबत क कुछ नहीं हुआ.
ऑल इंडिया सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्सेज एंड एक्स-सर्विसमेन वेल्फेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव पीएस नायर ने कहा कि अर्धसैन्य बलों के बिना देश एक दिन भी चैन की नींद नहीं सो सकता है. इसके बावजूद इन बलों से रिटायर लोगों का उचित पुनर्वास सुनिश्चित नहीं किया गया है. बेहद कठिन परिस्थितियों में चौबीसों घंटे अपना कर्तव्य निभाने वाले ऐसे पुरुषों और महिलाओं की जिंदगी बेहतर करने के लिए हमें सरकार और जनता की मदद की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगें, अर्धसैन्य अधिकारियों को भी सैन्यकर्मियों की तरह ओआरओपी, अंशदायी पेंशन योजना से सेवारत सैनिकों को छूट और इन बलों को पूर्व-सैन्यकर्मी श्रेणी के तहत पूर्ण लाभ देने की हैं. उन्होंने कहा कि संस्था इस बारे में सरकार को पहले ही एक ज्ञापन भेज चुकी है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू करने का फैसला किया गया.