प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के इस बयान के लिए उन पर निशाना साधा कि सारी मांगें पूरी नहीं की जा सकती. पूर्व सैनिकों ने कहा कि उनकी केवल ‘वन रैंक-वन पेंशन’की एक ही मांग है और वे मंगलवार से अपने मेडल वापस करना शुरू करके आंदोलन तेज करेंगे.
मंगलवार से वापस करेंगे मेडल
इंडियन एक्स-सर्विसमैन मूवमेंट (आईईएसएम) के महासचिव ग्रुप कैप्टन वी के गांधी (रिटायर्ड) ने कहा, ‘हमारी केवल एक मांग है जो OROP की है. सरकार ने ही प्रावधान जोड़कर मुद्दे को जटिल कर दिया. हम परिभाषा के अनुसार OROP चाहते हैं. किसी जूनियर को उसके सीनियर से अधिक पेंशन नहीं मिलनी चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘सरकारी अधिसूचना के खिलाफ हम कल से अपने पदक लौटाना शुरू करेंगे. देशभर में पूर्व सैनिक 10-11 नवंबर को अपने पदक लौटाना शुरू करेंगे. उन्होंने इस बारे में जिला मजिस्ट्रेटों को सूचित करना शुरू कर दिया है.’
दिल्ली में IGI एयरपोर्ट पर करेंगे वापस
गांधी ने कहा कि दिल्ली में कल इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 के बाहर पदक लौटाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि भीड़भाड़ वाली जगहों को चुनने का फैसला आम लोगों को इस विषय के बारे में जागरूक करने के लिए किया गया है. पूर्व सैनिकों ने इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की. इस बार में उन्होंने बताया कि केजरीवाल ने उनसे OROP पर सरकार की अधिसूचना के बारे में जानकारी देने को कहा.
रक्षा मंत्री ने कहा था, सभी मांगे पूरी नहीं हो सकती
इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा था कि लोकतंत्र में सभी को मांग उठाने का अधिकार है लेकिन सारी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की अधिकतर मांगों को पूरा कर लिया गया है. सरकार ने शनिवार को 24 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों के लिए OROP योजना की औपचारिक रूप से अधिसूचना जारी की थी जिसे प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों ने खारिज कर दिया था.