दिवाली के मौके पर बुधवार को जहां पूरा देश खुशियां बांट रहा है, वहीं 'वन रैंक वन पेंशन' के मुद्दे पर पूर्व सैनिकों का गुस्सा जंतर-मंतर से राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गया. हालांकि 'ब्लैक दिवाली' की घोषणा के साथ पूर्व सैनिकों के मार्च को पुलिस ने रेल भवन के पास ही रोक दिया. पूर्व सैनिक राष्ट्रपति से मिलना चाहते हैं.
जानकरी के मुताबिक, पुलिस द्वारा रेल भवन के निकट रोके जाने के बाद पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने का समय मांगा. इसके लिए 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की सूची इजाजत के लिए राष्ट्रपति भवन भेजी गई. ऑफिस ऑफ मिलिट्री सेक्रेटरी ने पूर्व सैनिकों से राष्ट्रपति से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात को लेकर एक औपचारिक अनुरोध भेजने को कहा है.
बताया जाता है कि पूर्व सैनिक अनुरोध पत्र भेज चुके हैं. अनुरोध पत्र मिलने के बाद जल्द ही किसी दिन राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात करवाई जाएगी.
Ex-servicemen march to President's House over the issue of #OROP, stopped by Police pic.twitter.com/5bbeE6jlmc
— ANI (@ANI_news) November 11, 2015
Ex-servicemens' protest march to President's House over the issue of #OROP, in Delhi. pic.twitter.com/uxdv43yMsp
— ANI (@ANI_news) November 11, 2015
इससे पहले जंतर-मंतर पर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुछ पूर्व सैनिकों ने अपने मेडल और रिबन जलाने की भी कोशिश की, जिन्हें वहां मौजूद दूसरे प्रदर्शनकारियों ने ऐसा करने से रोका.
Delhi: Some ex-servicemen try to burn their medals, stalled and stopped by fellow protesters #OROP pic.twitter.com/3mCW7uC62c
— ANI (@ANI_news) November 11, 2015
दूसरी ओर, सैनिकों के साथ दिवाली मनाने अमृतसर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में OROP का जिक्र करते हुए कहा, 'सरकार ने आपको दिवाली का तोहफा दे दिया है. कई वर्षों से यह अटका हुआ था.'
Diwali ka tohfa, #OROP , sarkar ne aapko de diya hai,kai varshon se atka hua tha-PM Modi pic.twitter.com/4LsFSeTYqg
— ANI (@ANI_news) November 11, 2015
कमियों पर करेंगे गौर: PM मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को OROP संबंधी अधिसूचना पर सैनिकों के प्रदर्शन को शांत करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि इसे पुख्ता बनाने के लिए इस संबंध में किसी भी मुद्दे को सरकार द्वारा गठित न्यायिक समिति के समक्ष उठाया जा सकता है. पूर्व सैनिकों का एक वर्ग अधिसूचना में कई मुद्दों को शामिल नहीं होने के चलते असंतुष्ट है.
मोदी ने 1965 के भारत-पाक युद्ध से जुड़े सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करने और दीपावली के अवसर पर सैनिकों से बातचीत करते हुए कहा, 'मैं यह देखना चाहूंगा कि क्या समिति को कोई सूचना दी जाती है.'
प्रधानमंत्री के बयान के बहाने कांग्रेस ने ओआरओपी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता आरएस सुरजेवाला ने कहा कि सैनिक पीएम के लिए परिवार हैं तो उन्हें अपने परिवार को उनका हक देना चाहिए.
PM says army men are his family, we then request him to give his family their right of #OROP: RS Surjewala, Cong pic.twitter.com/sb8q1ahauv
— ANI (@ANI_news) November 11, 2015
'हमें तोहफा नहीं, हक चाहिए'