‘वन रैंक वन पेंशन’ को लेकर विरोध अभी भी जारी है क्योंकि दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों ने प्रस्ताव को लागू करने को लेकर सरकार के फार्मूले को बुधवार को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उन्हें धोखा देने का प्रयास किया जा रहा है.
पूर्व सैनिकों के समुदाय के एक प्रमुख पदाधिकारी ने कहा, ‘सरकार उन्हें धोखा देने का प्रयास कर रही है. विवाद के केवल तीन बिंदु हैं.’ उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि 2011 आधार वर्ष हो और तीन प्रतिशत बढ़ोतरी न हो. सरकार इसके साथ ही चाहती हैं कि भुगतान की शुरुआत एक अप्रैल 2015 से हो जबकि सहमति एक अप्रैल 2014 की तिथि पर बनी थी.
फिर झेलो आंदोलन
पूर्व सैनिकों ने कहा, 'हमने प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. हमारा आंदोलन में बढ़ोतरी होने की संभावना है. कठिन गणित का मतलब होगा कम भुगतान.’ यह घटनाक्रम ऐसे समय आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के प्रमुख मंत्रियों के साथ देश में OROP सहित विभिन्न मुद्दों से उत्पन्न ‘समग्र स्थिति’ पर चर्चा की.
इस बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, संसदीय मामलों के मंत्री एम वेंकैया नायडू और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शामिल थे.
आमरण अनशन पर बैठे दो और लोग
इस बीच बुधवार को आमरण अनशन में दो और लोग शामिल हो गए. इसमें सेवानिवृत्त नौसेना कमांडर एके शर्मा और शहीद लांस नायक सुनील कुमार यादव के पिता सनवाल राम यादव शामिल हैं. सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने मंगलवार रात पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधियों के साथ दो घंटे तक बैठक की थी.
सरकार के सूत्रों ने संकेत दिया कि मतभेद जारी रहने के मद्देनजर अंतिम समाधान में कुछ और समय लग सकता है.
वहीं, कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने OROP को जल्द लागू करने की मांग करते हुए कहा कि जब देश 1965 युद्ध का 50वां वर्ष और अपने सशस्त्र बलों की उपलब्धियों का जश्न मना रहा है, ऐसे में सरकार पूर्व सैनिकों के साथ ‘उदासीन और उपेक्षा’ का व्यवहार नहीं कर सकती.
केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में पूरा विश्वास है जिन्होंने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ योजना के लागू करने का वादा किया है.
शहीद कुमारपाल सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की
विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भोंडसी गांव में कुमारपाल सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. कुमारपाल सिंह 19 दिसंबर, 2013 को दक्षिणी सूडान में शहीद हो गए थे. वह संयुक्त राष्ट्र मिशन पर थे.
केंद्रीय मंत्री ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि जो देश शहीदों को याद करता है वो प्रगति के पथ पर बढ़ता है. उन्होंने भंडोसी गांव के निवासियों के इस प्रयास की सराहना की.
- इनपुट भाषा