सरकार साल 2011 की जनगणना के आधार पर जनसंख्या के धार्मिक आंकड़े संभवत: जारी नहीं करेगी. लेकिन हाल ही में सरकार ने एक प्रेजेंटेशन में इस बात का खुलासा किया है कि भारत में मुस्लिमों की कुल संख्या यहां रहने वाली कुल जनसंख्या के 14.88 फीसद यानी करीब 18 करोड़ है. इस प्रेजेंटेशन में कहा गया कि मुस्लिमों की बड़ी आबादी होने की बावजूद भी बमुश्किल ही किसी भारतीय के वैश्विक आतंकी इस्लामिक संगठन में शामिल होने का मामला सामने आया है.
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, ये प्रेजेंटेशन व्हॉइट हाउस में आयोजित एक समिट के दौरान दी गई थी. इस प्रेजेंटेशन को ज्वॉइंट इंटेलिजेंस कमेटी के चीफ आरएन रवि ने यूएस प्रतिनिधि मंडल के सामने पेश किया. इस समिट में 60 देशों के प्रतिनिधि शामिल थे. प्रेजेंटेशन में कहा गया कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार नहीं किया जाता है. विश्व में अल्पसंख्यकों की कुल संख्या करीब 26 करोड़ है, जो कि भारत की कुल जनसंख्या का 21 फीसदी है. भारत में 18 करोड़ से ज्यादा मुसलमान रहते हैं.
प्रेजेंटेशन में साफ तौर पर कहा गया कि भारत आतंकवाद का काफी सामना कर रहा है. लेकिन भारत में आतंक दूसरे देशों से आता है.