प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि विदेशों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा उनके सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली विषयों में से एक है. प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने विदेशों में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा पर अपनी चिंता जताई. प्रधानमंत्री का यह बयान ऑस्ट्रेलिया में लगातार भारतीय छात्रों पर हो रहे हमले में मद्देनजर बहुत ही अहम माना जा रहा है. मनमोहन सिंह ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि अगले आम चुनाव तक प्रवासी भारतीय भी चुनावी प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे.’
प्रधानमंत्री ने इसी दौरान कहा, ‘हम अगले दो साल में नौ से दस प्रतिशत आर्थिक विकास दर हासिल कर लेंगे.’ उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा, ‘हमे मंदी के बावजूद इस वर्ष सात प्रतिशत आर्थिक विकास दर हासिल करने की उम्मीद है.’
उधर विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने गुरुवार को कहा था कि विदेशों में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके माता-पिता की है. साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं यह सलाह देना चाहता हूं कि माता-पिता अपने बच्चों को ऑस्ट्रेलिया जैसी जगहों पर अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजने के निर्णय पर पुनःविचार करें.’