लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो गया है. इस बिल पर वोटिंग के दौरान लोकसभा में समर्थन देने वाली शिवसेना ने राज्यसभा में बिल पर वोटिंग से किनारा कर लिया. शिवसेना ने वोटिंग का बहिष्कार किया. शिवसेना के इस कदम को पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने स्वागत योग्य बताया. चिदंबरम ने कहा कि शिवसेना ने लोकसभा में बिल का समर्थन किया था, लेकिन राज्यसभा में हुई वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, यह स्वागत योग्य है.
P Chidambaram, Congress: Shiv Sena not voting for the Bill after voting for it in Lok Sabha, is a welcome development. #CitizenshipAmendmentBill2019 pic.twitter.com/ca48Ww9nDb
— ANI (@ANI) December 11, 2019
बता दें कि लोकसभा में बिल का समर्थन करने वाली शिवसेना ने राज्यसभा में इस पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया. वहीं, चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि यह बिल संविधान पर हमला है, इस कानून का फैसला सुप्रीम कोर्ट में होगा.
The CAB is a brazen assault on the fundamental ideas enshrined in the Constitution.
The fate of the law will be decided in the Supreme Court.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 11, 2019
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में दोपहर 12 बजे नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया. बाद इस बिल पर ऊपरी सदन में चर्चा हुई. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा किया. इस बीच राज्यसभा में यह ऐतिहासिक बिल पास हो गया.
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 125 और विपक्ष में 99 वोट पड़े. वोटिंग में कुल 230 वोट पड़े थे. शिवसेना ने वोटिंग प्रक्रिया से दूर रहने का फैसला लिया. अब नागरिकता विधेयक को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई है. इसके बाद विधेयक पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा.