सीबीआई की छापेमारी के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. ईडी और सीबीआई के बाद अब सीबीडीटी इस मामले की जांच नए सिरे से आगे बढ़ा सकता है. इस संबंध में सीबीडीटी चेयरमैन ने पीएमओ के साथ मीटिंग की है.
इंडिया टुडे से बातचीत में सीबीडीटी के चेयरमैन ने बताया कि कार्ति चिदंबरम के बारे में हमें दो साल पहले जानकारी मिली थी. उन्होंने बताया कि हमने आवश्यतकानुसार इस मामले की जांच की है. साथ ही सीबीडीटी चेयरमैन ने बताया कि जो जानकारियां उन्हें मिली हैं, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कार्ति से हो सकती है पूछताछ
सीबीडीटी चेयमैन ने ये भी बताया कि हम लगातार इस केस को मॉनिटर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कार्ति चिदंबरम को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने दो साल पहले कार्ति चिदंबरम से जुड़ी जानकारियां शेयर की थीं. बताया जा रहा है कि छापेमारी के बाद जो नई जानकारियां मिली हैं, उनके आधार पर अब आयकर विभाग केस को नए सिरे से आगे बढ़ाएगा.
बता दें कि मंगलवार को सीबीआई ने पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के आठ ठिकानों पर छापेमारी की थी. INX मीडिया के फंड को FIPB के जरिये मंजूरी देने के मामले में ये छापमारी की गई थी.
छापेमारी के बाद सीबीआई ने इस मामले में कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी के भी संकेत दिए. सोमवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद मंगलवार को रेड की गई. सीबीआई के संयुक्त निदेशक विनीत विनायक ने बताया, 'कानून के मुताबिक और समयानुसार जरूरी कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा. केस दर्ज करने के साथ ही हमने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है.'
उन्होंने ये भी कहा कि मीडिया कंपनी INX को एफआईपीबी मंजूरी दिलाने में तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की अपने बेटे कार्ति के साथ सांठगाठ की जांच की जाएगी.
आरोप है कि 22 सितंबर, 2008 को कार्ति की एडवांटेज स्ट्रेटिजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को INX मीडिया की ओर से 35 लाख रुपये मिले थे. इस कंपनी ने उस दौरान 220 मिलियन डॉलर के FIPB की मंजूरी के लिए आवेदन दिया था, ठीक उसी दिन INX मीडिया ने नॉर्थ स्टार सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन को 60 लाख रुपये दिये थे. इस दौरान पी. चिदंबरम विभाग के मंत्री थे.