नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर चल रहा गतिरोध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर जहां प्रदर्शनकारियों को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो-टूक शब्दों में कह दिया है कि किसी भी सूरत में सीएए वापस नहीं होगा. विपक्ष के लोग इसके खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने अमित शाह के इस बयान पर पलटवार किया है.
जवाब में चिदंबरम ने पूछा एक सवाल
पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. चिदंबरम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि CAA पर बहस करने के लिए गृह मंत्री ने विपक्ष को चुनौती दी है. क्या विपक्ष, न्यायविद, शिक्षाविद, लेखक, कलाकार, छात्र और युवा 12 दिसंबर से ऐसा नहीं कर रहे हैं?
HM has dared the Opposition to debate CAA. Is that not what the Opposition, jurists, academics, writers, artists, students and youth have been doing since Dec 12?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2020
शशि थरूर ने बीजेपी पर किया हमला
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के अन्य नेता शशि थरूर ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है. शशि थरूर लिखते हैं कि टुकड़े-टुकड़े गिरोह मौजूद है. वे सरकार चला रहे हैं और राष्ट्र को विभाजित कर रहे हैं.
सिटीजन बिल किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगाः शाह
लखनऊ में मंगलवार को सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित हुए अमित शाह ने कहा कि मैं लखनऊ की धरती से यह घोषणा करता हूं कि जिसे सीएए का विरोध करना है, करते रहे, ये सिटीजन बिल किसी भी कीमत पर अब वापस नहीं होगा.
लखनऊ: CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के खिलाफ FIR दर्ज
सीएए के समर्थन में आयोजित रैली में अमित शाह ने कहा कि सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं इसीलिए बीजेपी जन जागरण अभियान चला रही है, जो देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएए लेकर आए हैं. कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती और अरविंद केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं.
अमित शाह बोले- करते रहें विरोध, किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा CAA
अमित शाह की विपक्षियों को चुनौती
लखनऊ में रैली में विपक्षियों पर बरसते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बिल को मैंने लोकसभा में पेश किया है. मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो. यह कानून अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ.