सोमवार को 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई. फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ में बेहतरीन अभिनय के लिए इरफान खान को बेस्ट एक्टर चुना गया है.
60वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार घोषित श्री बासु चटर्जी की अध्यक्षता वाली फीचर फिल्म जूरी, सुश्री अरुणा राजे की अध्यक्षता वाली गैर फीचर फिल्म जूरी और श्री स्वप्न मलिक की अध्यक्षता वाली सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन की जूरी ने पुरस्कारों की घोषणा की.
वर्ष 2012 के लिए प्रतिष्ठित 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की आज घोषणा की गयी. फीचर फिल्मों की जूरी के अध्यक्ष श्री बासु चटर्जी, गैर फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्ष सुश्री अरुणा राजे और सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए जूरी के अध्यक्ष श्री स्वप्न मलिक ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की.
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार हिन्दी फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ को दिया गया. यूटीवी सॉफ्टवेयर कम्युनिकेशंस द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म का निर्देशन तिग्मांशु धूलिया ने किया है.
गैर फीचर फिल्म संवर्ग में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार ‘शेफर्डस ऑफ पैराडाइज’ (गोजरी और उर्दू) को दिया गया. राजा शाबिर खान ने इसे प्रस्तुत किया है और वही इसके निर्देशक हैं.
सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ लेखन का पुरस्कार श्री बी डी गर्ग द्वारा अंग्रेजी में लिखित और हार्पर कोलिन्स पब्लिशर इंडिया द्वारा प्रकाशित ‘साइलेंट सिनेमा इन इंडियाः अ पिक्टोरियल जर्नी’ को दिया गया. श्री पी एस राधाकृष्णन को सर्वश्रेष्ठ फिल्म आलोचक का पुरस्कार दिया गया.
फीचर फिल्म संवर्ग में 14 भाषाओं में कुल 38 फिल्में 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए चुनी गयी हैं. ‘चिटगांव’ (हिन्दी) और ‘101 चोडियांगल’ (मलयालम) को निर्देशक की पहली फिल्म के तौर पर इंदिरा गांधी पुरस्कार के लिए संयुक्त रूप से चुना गया है.
पूर्ण मनोरंजन के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार संयुक्त रूप से ‘विक्की डोनर’ (हिन्दी) और ‘उस्ताद होटल’ (मलयालम) को संयुक्त रूप से दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के पुरस्कार के लिए मराठी फिल्म ‘धाग’ के निर्देशक श्री शिवाजी लोटन पाटिल को चुना गया.
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए ‘पान सिंह तोमर’ में मुख्य भूमिका निभाने वाले श्री इरफान और मराठी फिल्म ‘अनुमति’ के अभिनेता श्री विक्रम गोखले को संयुक्त रूप से चुना गया.
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार के लिए मराठी फिल्म ‘धाग’ में उत्कृष्ठ अभिनय के लिए सुश्री उषा जाधव को चुना गया.
सर्वश्रेष्ठ सह कलाकार का पुरस्कार फिल्म ‘विक्की डोनर’ के लिए श्री अन्नू कपूर और सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का पुरस्कार सुश्री डॉली अहलुवालिया को ‘विक्की डोनर’ और मलयाली फिल्म ‘थनीछलानजान’ के लिए सुश्री कल्पना को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की गयी.
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार हिन्दी फिल्म ‘देख इंडिया सर्कस’ के लिए मास्टर वीरेन्द्र प्रताप और ‘101 चोडियांगल’ (मलयालम) के लिए मास्टर मीनन को संयुक्त रूप से दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का पुरस्कार फिल्म ‘चिटगांव’ के गीत बोलो ना के लिए श्री शंकर महादेवन को और सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार मराठी फिल्म आरती अंकलेकर्तिकेकर के गाने पलके ना मूंदो के लिए सुश्री संहिता को देने की घोषणा की गयी.
सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखन (मौलिक) का पुरस्कार फिल्म कहानी के लिए श्री सुजय घोष को दिया गया. सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक (रूपांतरित) का पुरस्कार फिल्म ‘ओ माई गॉड’ के लिए श्री भवेश मंडलिया और श्री उमेश शुक्ला को देने की घोषणा की गयी.
सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन का पुरस्कार सुश्री अंजली मेनन को फिल्म ‘उस्ताद होटल’ (मलयालम) के लिए दिया गया. गीत लेखन के लिए श्री प्रसून जोशी को फिल्म ‘चिटगांव’ के गीत ‘बोलो ना...’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार के लिए चुना गया.
श्री ऋतुपर्णो घोष और श्री नवाजुद्दीन सिद्दीकी को फिल्म ‘चित्रांगदा’ (बांगला) और हिन्दी फिल्में ‘कहानी’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘देख इंडिया सर्कस’ और ‘तलाश’ के लिए विशेष जूरी पुरस्कार देने की घोषणा की गयी.
फिल्म ‘विश्वरूपम’ (तमिल) के लिए सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन का पुरस्कार पंडित बिरजू महराज को देने की घोषणा की गयी.
गैर फीचर फिल्म संवर्ग में फिल्म ‘काताल’ (मराठी) के लिए श्री विक्रांत पवार को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और किसी निर्देशक की पहली फिल्म के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार के लिए फिल्म ‘एका गाछा एका मनीसा एका समुद्रा’ (ओडिया) के लिए श्री लीपिका सिंह दराई को चुना गया.
शुमोना गोयल और शाई हेरेदिया को फिल्म ‘आई एम माइक्रो’ (अंग्रेजी) और वसुधा जोशी को फिल्म ‘कैंसर कथा’ (अंग्रेजी) के लिए विशेष जूरी पुरस्कार देने की घोषणा की गयी.
‘टिम्बकटू’ (अंग्रेजी) को पर्यावरण संवर्ग में सर्वश्रेष्ठ फिल्म और ‘ड्रीमिंग ताज महल’ (हिन्दी और उर्दू) को सर्वश्रेष्ठ प्रचार फिल्म देने की घोषणा की गयी.