पाकिस्तान के विदेश मंत्री एसएम कुरैशी ने भारत के नए विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र भेजकर बधाई दी है. पत्र में उन्होंने इस्लामाबाद और दिल्ली के बीच बातचीत के जरिए रिश्ते सुधारने की अपेक्षा जताई है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री की ओर से यह पत्र पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद के निजी दौरे के बाद आया है.
पाकिस्तान के साथ मोदी की दूसरी पारी में भारत के संबंध कैसे रहते हैं, यह बहुत कुछ विदेश मंत्री एस जयशंकर की रणनीति पर निर्भर करेगा. बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा के आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने और जवाब में भारत की एयर स्ट्राइक के बाद से दोनों देशों के रिश्ते पटरी से उतरे हैं. हालांकि इमरान खान ने कई बार बातचीत के जरिए संबंध सुधारने की बातें कहीं. मगर भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत दोनों साथ नहीं चल सकते.
मोदी की खोज रहे एस जयशंकर
पीएम मोदी ने अपनी दूसरी पारी में पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को विदेश मंत्री बनाकर सबको चौंका दिया. इसी साल सेवानिवृत्त हुए आईएफएस सुब्रह्मण्यम जयशंकर 36 साल तक विदेश मंत्रालय की सेवा में रहे. जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में एमए करने वाले जयशंकर ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जनवरी 2015 से लेकर जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहते हुए उनकी विदेश नीति को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. उनकी नीतियों से अरब देशों के साथ भारत के संबंधों को नया आयाम मिला.