पाकिस्तान नहीं चाहता कि अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर तनाव घटे. इसका सबूत है सीमा सुरक्षा बल (BSF) की ओर से सोमवार को सेक्टर कमांडर की बैठक बुलाए जाने की बात पर पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से चुप्पी साधे रखना. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी और गोलाबारी जारी रहने के बीच BSF ने सोमवार को जम्मू और सियालकोट के बीच सेक्टर कमांडर की बैठक बुलाने के लिए कोशिश की थी. लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव घटाने के लिए भारत की ओर से की गई ये कोशिश पाकिस्तान रेंजर्स के रुख की वजह से परवान नहीं चढ़ सकी.
BSF के आईजी राम अवतार ने इंडिया टुडे को बताया, ‘22 जनवरी को दोनों तरफ से ऑक्टरॉय पर फ्लैग मीटिंग होनी थी, लेकिन पाकिस्तान रेंजर्स की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसकी जगह सरहद पार से भारी गोलीबारी की जा रही है जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है.’
इस साल सरहद पार से पाकिस्तान रेंजर्स की खुराफात 4 जनवरी को शुरू हुई थी जब साम्बा सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी में BSF का एक हेड कांस्टेबल शहीद हुआ था. उस वक्त BSF की एक चौकी को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी. BSF ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था.
उसी दिन पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से सेक्टर कमांडर कॉन्फ्रेंस की फ्लैगमीटिंग बुलाने का आग्रह किया था. पाकिस्तान के संदिग्ध इरादों को देखते हुए BSF ने बैठक के सभी मुद्दों को लिखित में पहले तय किए जाने के लिए कहा. तब भारतीय पक्ष की ओर से जब पाकिस्तानी स्टॉफ ऑफिसर को फोन किया गया तो वहां से संक्षिप्त जवाब मिला कि अभी सियालकोट सेक्टर कमांडर उपलब्ध नहीं है. पाकिस्तानी स्टॉफ ऑफिसर ने ये भी कहा था कि उनकी तरफ से जल्दी ही कॉल बैक किया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
फिर 18 जनवरी को मोटे तौर पर फ्लैग मीटिंग होना तय हुआ . लेकिन एक दिन पहले 17 जनवरी को ही पाकिस्तान ने अचानक BSF की चौकियों और नागरिक इलाकों पर अंधाधुंध गोलीबारी करना शुरू किया.
ऐसे में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से 22 जनवरी को फ्लैग मीटिंग के लिए सामने नहीं आना फिर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को साबित करता है. BSF और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच आखिरी बैठक 29 सितंबर 2017 को हुई थी. इस बैठक के 24 घंटे बाद ही BSF ने अरनिया सेक्टर में बॉर्डर आउट पोस्ट पर एक अधूरी खुदी सुरंग को पकड़ा था.
इस साल 4 जनवरी के बाद से अब तक जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रिहाइशी इलाकों पर पाकिस्तान की फायरिंग में 12 लोग मारे जा चुके हैं. साथ ही BSF के दो हेड कांस्टेबल शहीद हुए हैं. सोमवार को भी आरएस पुरा, अरनिया और अखनूर सेक्टरों में सरहद पार से गोलीबारी जारी रही. इसका भारत की ओर से भी करारा जवाब दिया गया.