मुंबई हमलों में पकड़ा गया इकलौता आतंकवादी कसाब पाकिस्तानी ही है, यह बात पाकिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर मुहम्मद अली दुर्रानी को छोड़कर वहां का कोई नेता या अधिकारी मानने को तैयार नहीं है. लेकिन अब पाकिस्तान के ही पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी ने मांग की है कि पाकिस्तान को ही कसाब की नागरिकता के मसले पर सफाई पेश करनी चाहिए.
अंसार बर्नी के मुताबिक कसाब को लेकर जितनी भी उलझने हैं, उनसे पाकिस्तान का ही नाम खराब हो रहा है. बर्नी ने कहा कि मीडिया पहले ही कसाब के पाकिस्तानी होने के बारे में काफी खुलासा कर चुका है, ऐसे में पाकिस्तानी अधिकारियों की चुप्पी से शक को ही बढ़ावा मिलेगा.
पाकिस्तान के ओकारा जिले में फरीदकोट गांव का रहने वाला है कसाब. उसके पिता ने डॉन अखबार से बातचीत में यह माना था कि मुंबई हमले में जिस आतंकवादी की तस्वीर मीडिया दिखा रहा है, वह उसका बेटा ही है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने यह भी दावा किया था कि उनके नेशनल डेटाबेस में कसाब की पहचान नहीं हो पाई. लेकिन एक हकीकत यह भी है कि इस डेटाबेस में छह करोड़ पाकिस्तानी बाशिंदों का ही रिकॉर्ड है, जबकि पाकिस्तान की आबादी 16 करोड़ से ऊपर है.