प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वे पाकिस्तान से दोस्ती चाहते हैं, लेकिन पड़ोसी देश जो हरकतें करता है, उसकी कीमत पर नहीं.
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘हम पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसी देशों से मित्रता चाहते हैं लेकिन वह जैसी हरकतें करता है उसमें ऐसा संभव नहीं है.’
पार्टी सूत्रों ने बताया कि जयपुर में शुरू हुए कांग्रेस के दो दिवसीय चिंतन शिविर में एक चर्चा समूह में हस्तक्षेप करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही. आनंद शर्मा के नेतृत्व वाले ‘भारत विश्व’ विषय पर आयोजित चर्चा समूह में प्रधानमंत्री की उपस्थिति में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के बाद विपक्ष खामोश हो गया है और इस कड़े संदेश से पाकिस्तान को भी सबक मिला है. इस चर्चा के दौरान विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी उपस्थित थे.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पाकिस्तान सहित भारत के सभी पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते बनाने की बात करने के साथ ही आगाह किया कि हम आतंकवाद और सीमाओं पर खतरे से निपटने की सावधानी और तैयारी के मामले में कोई समझौता नहीं करेंगे.
सोनिया ने कहा, ‘अपने पड़ोसी देशों से बेहतर और नजदीकी रिश्ते बनाने से न सिर्फ इस क्षेत्र में शांति रहेगी बल्कि हमारे सीमावर्ती राज्यों पर भी अनुकूल असर पड़ेगा. लेकिन हमें स्पष्ट रहना है. हमारा संवाद सैद्धांतिक और स्वीकृत सभ्य व्यवहार पर आधारित होना चाहिए.’ कांग्रेस अध्यक्ष की यह टिप्पणी हाल ही में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा नियंत्रण रेखा के पास दो भारतीय सैनिकों की हत्या करने और उनमें से एक का सिर धड़ से अलग किए जाने के बर्बर कृत्य के संदर्भ में थी.