पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और सीमा पार से लगातार युद्ध विराम संधि का उल्लंघन कर रहा है. तो दूसरी ओर अमेरिकी प्रशासन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की उस मांग को अस्वीकार कर दिया है जिसमें उन्होंने अमेरिका से कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने की मांग की थी. उधर युद्ध विराम संधि का पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से बार-बार उल्लंघन किए जाने के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के कुछ सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेंगे.
रविवार रात को भी जम्मू के सांबा, रामगढ़, आरएस पुरा और बिस्नाह में पाकिस्तानी रेंजरों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसकी वजह से जस्सो चाक और एसएम पुरा के 150 लोगों को गांव छोड़ कर भागना पड़ा. जान बचाने के लिए उन्होंने रामगढ़ के राधा स्वामी सतसंग घर में शरण ली.
बीएसएफ के मुताबिक पाकिस्तानी रेंजर्स 82 एमएम मोर्टार का इस्तेमाल कर रहे हैं. पाकिस्तान की ओर से रात साढ़े आठ बजे फायरिंग शुरू की गई.
पाक रेंजर्स बीएसएफ की पोस्ट को टार्गेट बना रहे हैं. उन्होंने बीएसएफ की नरायनपुर, चांबियाल, एस एन पुरा और कोट कुबा पोस्ट को निशाना बनाया.
पाकिस्तान की फायरिंग से त्रस्त गांववाले अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं और उन्होंने राज्य सरकार से किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिलने की शिकायत की है.
अमेरिका नहीं करेगा मध्यस्थता
अमेरिका ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मांग सीधे तौर पर ठुकरा दी है. नवाज शरीफ ने राष्ट्रपति ओबामा से कश्मीर मसले पर मध्यस्थता की गुहार लगाई थी. लेकिन ओबामा प्रशासन ने दो टूक में इससे इनकार कर दिया है.
ओबामा प्रशासन का मानना है कि कश्मीर दोनों देशों के बीच का आपसी मामला है और इसे इन दोनों को ही सुलाझाना होगा. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि कश्मीर पर हमारी नीति जरा भी नहीं बदली है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अमेरिका के चार दिनों के दौरे पर हैं. वह बराक ओबामा से 23 अक्टूबर को मिलेंगे.
नाम न बताने की शर्त पर एक अमेरिकी अधिकारी ने इस मामले में ओबामा प्रशासन की पुरानी नीति को दोहराया जिसके तहत कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मामले में आपस में ही बातचीत करनी चाहिए.
शिंदे करेंगे सीमावर्ती इलाकों का दौरा
युद्ध विराम संधि का पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से बार-बार उल्लंघन किए जाने के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के कुछ सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेंगे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शिंदे का दौरा मंगलवार को संभावित है, वह जम्मू एवं कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों का जायजा लेकर समीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगे.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा जम्मू क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के लगातार गोलीबारी से स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष विरोध दर्ज कराया है.
उल्लेखनीय है कि राज्य में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर युद्ध विराम संधि के उल्लंघन की कई घटनाएं सामने आई हैं.