पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा और हवाई क्षेत्र का उल्लंघन मानते हुए पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया. पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने से भारतीय विमानन कंपनियों को कुल 549 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
सबसे ज्यादा नुकसान एअर इंडिया को हुआ है. 2 जुलाई 2019 तक एअर इंडिया को करीब 491 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है. यह जानकारी नागरिक विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने मार्च में आंशिक रूप से अपना हवाई क्षेत्र खोला था लेकिन भारतीय उड़ानों के लिए प्रतिबंध बरकरार रखा था. इसलिए देश की चार विमानन कंपनियों को कुल 549 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है.
जानिए...किस विमानन कंपनी को कितना नुकसान हुआ
कंपनी इस तारीख तक नुकसान
एअर इंडिया 2/7/2019 491 करोड़
स्पाइसजेट 20/6/2019 30.73 करोड़
इंडिगो 31/5/2019 25.1 करोड़
गो एयर 20/6/2019 2.1 करोड़
हर दिन एअर इंडिया को 6 करोड़ का नुकसान
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के हवाई-क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने से एअर इंडिया को गल्फ देशों, यूरोप, और अमेरिका की फ्लाइट्स को लंबे रूट से गुजरना पड़ रहा. पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने से नई दिल्ली से उड़ान भरने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट्स को प्रति दिन करीब 6 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
भारत से अमेरिका की यात्रा में 3 घंटे अधिक का वक्त
वजह कि रूट डायवर्जन से अधिक ईंधन खर्च हो रहा है, वहीं केबिन स्टाफ का खर्च भी बढ़ रहा. जिससे कई बार फ्लाइट्स भी कैंसिल करनी पड़ी. एयरलाइंस सूत्र बताते हैं कि हवाई क्षेत्र बंद होने से नई दिल्ली से अमेरिका की फ्लाइट्स को 2 से 3 घंटे अधिक समय लग रहा है.
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर 12 जुलाई तक प्रतिबंध
पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध 12 जुलाई तक बढ़ा दिया है. नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के ईस्टर्न हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध 12 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया गया है. यह प्रतिबंध सभी भारतीय कमर्शियल फ्लाइट पर लागू होगा. यह चौथी बार है जब पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाई है. पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध हटाया भी जा सकता था, लेकिन इसके उलट पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध बढ़ाने का फैसला किया गया है. इससे पहले भी पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाई थी. 13 जून को पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध बढ़ाकर 28 जून तक कर दिया था. उससे पहले मार्च और मई में भी प्रतिबंध की अवधि बढ़ाई गई थी.