भारत-पाकिस्तान के बीच पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद हुई जवाबी एयर स्ट्राइक के बाद चरम पर पहुंच चुका तनाव अब कम होने की कगार पर है. दोनों देशों के बीच ट्रेन और बस सेवा बहाल हो चुकी है, साथ की बॉर्डर के आर-पार कारोबार भी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर से संबंधी ड्राफ्ट समझौते पर चर्चा के लिए 14 मार्च को एक प्रतिनिधिमंडल भारत भेज रहा है. क्या इन कदमों से फिर दोनों मुल्क दुश्मनी भुलाकर अमन की राह पर आगे बढ़ रहे हैं?
कॉरिडोर से खुलेगा शांति का रास्ता
भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर चर्चा करने और उसके तौर तरीके को अंतिम रूप देने के लिए 14 मार्च को पहली बैठक अटारी-वाघा बॉर्डर पर होने जा रही है. दोनों देशों के बीच 20 दिन के तनाव के बाद पहली बार ऐसी कोई बैठक हो रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पहले ही कह चुके हैं कि वह इस तनाव का असर कॉरिडोर के निर्माण पर नहीं पड़ने देंगे.
इधर, भारत के विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर और लोगों की पवित्र गुरुद्वारा करतारपुर साहिब तक जाने की बहुप्रतिक्षित मांग को पूरा करने के मकसद से कारतारपुर साहिब कॉरिडोर को शुरू करने के सरकार के फैसले के अनुरूप भारत और पाकिस्तान के बीच पहली बैठक आयोजित होगी. इसके बाद भारतीय दल 28 मार्च को पाकिस्तान का दौरा भी करने वाला है.
पटरी पर समझौता एक्सप्रेस
इससे पहले भारत की ओर से 26 फरवरी को हुई एयर स्ट्राइक के बाद रोक दी गई समझौता एक्सप्रेस को भी बहाल कर दिया गया है. भारत से पाकिस्तान जाने वाली एक मात्र ट्रेन समझौता एक्सप्रेस सोमवार को अटारी स्टेशन पहुंची, जो कि रविवार को सामान्य सेवा के रूप में पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन रवाना हुई थी.
तनाव के बाद पहली बार चली समझौता एक्सप्रेस में सिर्फ 12 यात्रियों ने टिकट बुक कराए. इन 12 पाकिस्तानी यात्रियों में से 10 यात्रियों ने स्लीपर में, जबकि 2 यात्रियों ने AC कोच में अपने टिकट बुक कराए थे. रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक करीब 150 यात्रियों के साथ समझौता एक्सप्रेस लाहौर से भारत के लिए रवाना हुई थी.
आर-पार और कारोबार
पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद भारत की एयर स्ट्राइक के बाद भी दोनों मुल्कों के कारोबार पर ज्यादा असर नहीं पड़ा. दोनों मुल्कों के बीच मंगलवार को सामान से लदे 35-35 ट्रकों की आवाजाही भी हुई, हालांकि कुछ रास्तों से व्यापार अब भी बहाल नहीं हो सका है. मंगलवार को उरी के क्षेत्र में सामान के बदले सामान की लेन-देन वाला कारोबार फिर से शुरू किया गया.
भारत की ओर से बड़ी तादाद में मसाले, फल और सब्जियां पाकिस्तान भेजे जाते हैं और उधर से गरम कपड़े, आम और संतरे जैसे फल इधर आते हैं. ऐसा सामानों की आवाजाही पर रोक के बाद पाकिस्तान में फल-सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गए थे. पड़ोसी मुल्क में टमाटर के बढ़ते दाम सोशल मीडियो पर चर्चा का विषय बन गया था.
कूटनीतिक कोशिश जारी
भारत विश्व समुदाय के सामने अपने ओहदे का इस्तेमाल कर पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर पस्त करने का दमखम रखता है. इसी का असर है कि पहले पाकिस्तान ने पहले वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन को वापस स्वदेश भेजा और फिर आतंकी संगठनों पर सांकेतिक कार्रवाई को भी अंजाम दिया.
पाकिस्तान अब दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद को वापस भेज रहा है. इससे पहले पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया था. भारत की ओर से अपने उच्चायुक्त अजय बिसारिया को इस्लामाबाद से बुलाए जाने के बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया था.
कारवां-ए-अमन बस सेवा बहाल
पुंछ और रावलकोट के बीच चलने वाली राह-ए-मिलन और श्रीनगर से मुजफ्फराबाद तक जाने वाली कारवां-ए-अमन बस सेवा फिर से बहाल हो चुकी है. हालांकि, महाशिवरात्रि के दिन इस कारवां बस को रद्द कर दिया गया था. भारत और पाकिस्तान के बीच 7 अप्रैल 2005 को यह बस सेवा शुरू हुई थी. 1947 के बंटवारे के बाद अपनों से बिछड़ चुके लोगों के एक-दूसरे से मिलाने में इस बस सेवा का योगदान काफी अहम है.