जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक बार फिर पाकिस्तान के नापाक इरादे सामने आये हैं. पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने भारतीय सेना की पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला किया है. भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में दो बैट जवानों को मार गिराया है. ऐसा पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान की बैट टीम ने ऐसा किया हो, अभी हाल ही में भारत के दो जवानों के शवों के साथ बर्बरता की गई थी.
पहले भी हुई ऐसी हरकत कर चुका है बैट
- जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास मई की शुरुआत में भारतीय जवानों के साथ जुल्म किया गया था. जवानों के शवों के साथ बर्बरता की गई थी. दो जवानों के शवों के साथ बर्बरत की गई थी.
-22 नवंबर, 2016 को माछिल में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकियों के हमले में आर्मी के तीन जवान शहीद हो गए थे. एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था. माछिल में हमारे जवान फेंसिंग के आगे पेट्रोलिंग करते हैं.
-पिछले साल 28 अक्टूबर को भी एक जवान मनदीप सिंह के शव का पाकिस्तान की सेना ने अपमान किया था. पाकिस्तानी आर्मी के कवर फायर का फायदा उठाते हुए आतंकी LoC के रास्ते घुसे और एक जवान की जान ले ली. उसके बाद जवान के शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया. ये घटना भी माछिल सेक्टर में ही हुई थी.
-जून 2008 में गोरखा राइफल्स के एक जवान को पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम ने केल सेक्टर में पकड़ लिया था. कुछ दिन बाद उसका सिर कलम कर लाश फेंक दी थी.
-2013 में दो जवान लांसनायक हेमराज और सुधाकर सिंह के शवों को भी पाक सैनिकों ने क्षत-विक्षत कर दिया था.
1999 की करगिल जंग के दौरान कैप्टन सौरभ कालिया को पाकिस्तान की सेना ने प्रताड़ित किया था और बाद में उनके शव के साथ भी बर्बरता की गई.
-2016 में एलओसी के पास 228 और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 221 सीजफायर वॉयलेशन हुए थे.
क्या है 'बैट'?
'बैट'(BAT) का पूरा नाम बॉर्डर एक्शन टीम है. इसके बारे में सबसे पहले पांच और छह अगस्त 2013 की दरमियानी रात को पता लगा था. तब इस टीम ने एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रही भारतीय सेना की टुकड़ी को निशाना बनाया था.
दरअसल यह पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स से लिए गए सैनिकों का एक ग्रुप है. हैरानी की बात ये है कि BAT में सैनिकों जैसी ट्रेनिंग पाए आतंकी भी हैं. ये एलओसी में 1 से 3 किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमला करने के लिए तैयार किया गया है.
'बैट' को स्पेशल सर्विस ग्रुप यानी एसएसजी ने तैयार किया है. यह पूरी प्लानिंग के साथ अटैक करती है. ये टीम पहले खुफिया तौर पर ऑपरेशनों को अंजाम देती थी लेकिन बाद में मीडिया की वजह से खबरों में रहने लगी.