पाकिस्तान-चीन कॉरिडोर पर भारत ने एक बार फिर कड़ी आपत्ति जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के गैरकानूनी कब्जे वाले हिस्से में पाकिस्तान कॉरिडोर नहीं बना सकता है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विकास स्वरूप ने कहा, 'पाकिस्तान के जिस भाग में चीन-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, वह भारत का अभिन्न हिस्सा है. ये नहीं होना चाहिए.'
'कब्जे वाले हिस्से को खाली करे पाकिस्तान'
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन की ओर से भारत पर बातचीत की प्रक्रिया से हटने के आरोपों पर स्वरूप ने कहा, 'हम जम्मू-कश्मीर की संप्रभुता के खिलाफ निहित स्वार्थों द्वारा किसी भी संगठन या संस्थान को अस्वीकार करते हैं. पाकिस्तान को चाहिए कि वह सबसे पहले कश्मीर के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्जे को खाली करे और लोगों की समस्या पर ध्यान केंद्रित करे.'
'कश्मीर दोनों मुल्कों में तनाव का कारण नहीं'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर दोनों मुल्कों के बीच परेशानी का मुख्य कारण नहीं है. उन्होंने कहा, 'तनाव का मुख्य कारण शांति की कमी और अस्थिरता बनाने के लिए लगातार बाह्य रूप से प्रयोजित आतंकवाद है. इसके साथ ही भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान का हस्तक्षेप भी तनाव का बड़ा कारण है.'
अफगानिस्तान में बांध का उद्घाटन करेंगे पीएम
जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता ने कहा, 'प्रधानमंत्री 4 जून को अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे. वह वहां इंडो-अफगान फ्रेंडशिप डैम' का उद्घाटन करेंगे. इसके पहल सलमा डैम कहा जाता था.
'ललित मोदी को लेकर सुझाव ईडी को भेज दिए हैं'
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी और पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर सवालों का जवाब देते हुए विकास स्वरूप ने कहा कि कानूनी विशेषज्ञों द्वारा अनुरोध की जांच कर ली गई है और सुझावों को प्रवर्तन निदेशालय के पास भेज दिया है.