scorecardresearch
 

PAK की गोलीबारी में, दो जवान शहीद, 13 जख्मी, महबूबा ने कहा-बंद करो रक्तपात

शनिवार रात को पाकिस्तान ने सीमा पर एक बार फिर से सीजफायर तोड़ा और गोलीबारी की. पाकिस्तान की इस गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए.

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो

Advertisement

भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के 2003 में हुए समझौते का 'अक्षरश:' पालन करने पर सहमत होने के करीब एक हफ्ते बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर मोर्टार दागे और गोलीबारी की जिसमें सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी समेत दो जवान शहीद हो गए.

 

पाकिस्तानी रेंजर्स ने अखनूर सेक्टर के प्रगवाल इलाके और नजदीक के कंचक और खौर सेक्टरों में भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे जिसमें एक पुलिसकर्मी और एक महिला समेत 13 लोग जख्मी भी हुए हैं. इस वजह से लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा.

पुलिस ने कहा कि अखनूर सेक्टर के परगवाल उपसेक्टर में पाकिस्तान द्वारा वर्ष 2003 के संघर्षविराम उल्लंघन में सहायक सब इंस्पेक्टर एस.एन.यादव और कांस्टेबल वी.के पांडे शहीद हो गए.

30 गांव और 10 बीएसएफ चौकियां प्रभावित

इस पाकिस्तानी कार्रवाई से प्रभावित हुए इलाके में 30 गांव और 10 बीएसएफ चौकियां हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा, 'घायल हुए पांच नागरिकों और एक बीएसएफ जवान को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.' पाकिस्तान रेंजर्स के गोले परगवाल व कानाचक उप-सेक्टर में अंदर तक गिरे.

Advertisement

पुलिस नागरिकों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बुलेटप्रूफ वाहनों का उपयोग कर रही है. पाकिस्तानी गोलीबारी व गोलाबारी तड़के 3.30 बजे शुरू हुई और सुबह 10 बजे तक जारी रही. भारतीय बलों ने भी इसका दृढ़ता से जवाब दिया.

छह घायलों की पहचान, सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल जाकिर खान, सुलक्षणा देवी (25), बंसीलाल (40) बलविंदर सिंह (22), सुधाकर सिंह (50) और विक्रम सिंह (34) के तौर पर हुई है.

गौरतलब है कि 29 मई को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने जम्मू कश्मीर में सरहद पर गोलीबारी की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश: लागू करने पर सहमति जताई थी. विशेष हॉट लाइन पर हुई बातचीत में दोनों कमांडरों ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की थी.

बंद हो रक्तपात- महबूबा मुफ्ती

संघर्षविराम के ताजा उल्लंघन पर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों को आपस में एक बार फिर बातचीत कर यह रक्तपात बंद करना चाहिए.

 

उन्होंने कहा, 'सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन दुर्भाग्यपूर्ण है और यह सैन्य अभियान महानिदेशकों के स्तर पर बातचीत के बाद हुआ है. ऐसा नहीं होना चाहिए था.' मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों तरफ के लोग इस गोलीबारी में मारे जा रहे हैं. दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों को बातचीत कर इस रक्तपात को रोकना चाहिए. 

Advertisement
Advertisement