पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को कहा कि आगामी राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर विधानसभाध्यक्ष को आमंत्रित नहीं किया जाएगा क्योंकि इससे कश्मीर के मुद्दे पर उसकी स्थिति से समझौता होगा.
विदेश मामले और राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष सलाहकार सरताज अजीज ने इस्लामाबाद में कहा कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है और पाकिस्तान उसकी विधानसभा को मान्यता नहीं देता. उन्होंने कहा कि हम जम्मू कश्मीर विधानसभाध्यक्ष को कभी आमंत्रित नहीं करेंगे.
राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है PAK
अजीज ने कहा कि अगर सम्मेलन के लिए वहां के स्पीकर को आमंत्रित किया जाता है तो यह जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के सैद्धांतिक रूख से समझौता होगा. पाकिस्तान 30 सितंबर से आठ अक्तूबर तक राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है जिसमें 70 प्रतिशत प्रतिनिधियों ने भागीदारी की पुष्टि की है.
भारत ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर को आमंत्रित नहीं किए जाने पर सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी दी है. पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक, भारतीय उच्च आयुक्त टीसीए राघवन ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के स्पीकर को आमंत्रित नहीं कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है.
- इनपुट भाषा