मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत के साथ-साथ अमेरिका का भी जबरदस्त दबाव है. दुनिया भर में पाकिस्तान की किरकिरी हो रही है. लेकिन पाकिस्तान है कि उसके कान पर जूं तक नहीं रेंगती. खुद विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी पसोपेश में हैं कि पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों के खात्मे के लिए भारत के दबाव का कोई नतीजा निकलेगा भी या नहीं. विदेश मंत्री हैरान हैं कि 5 जनवरी को सबूतों का पुलिंदा दिए जाने के बाद भी पाकिस्तान ने अबतक एक जवाब तक क्यों नहीं भेजा.
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि पाकिस्तान को मुंबई पर हुए आतंकी हमलों से संबंधित जो भी सबूत सौंपे गए थे, उस पर पाकिस्तान ने अब तक कोई भी जवाब नहीं दिया है. भारत बार-बार पाकिस्तान से जवाब मांगता रहा है और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता रहा है. लेकिन पाकिस्तान केवल टाल मटोल की नीति अपनाए हुए है और बेकार की बयानबाजी में उलझा हुआ है.
गौरतलब है कि भारत द्वारा दिए गए सबूतों को पाकिस्तान ने पहले तो नाकाफी बताते हुए नाकार दिया था. लेकिन बाद में उसने स्वीकार किया कि हमलों में गिरफ्तार किया गया आतंकी अजमल कसाब उसी के देश का नागरिक है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी तो यहां तक कह चुके हैं कि मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं को भारत के हवाले नहीं किया जाएगा.