पाकिस्तान उच्चायोग ने बुधवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा दे दिया है. सिद्धू को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाना है, लेकिन अभी भी उन्हें भारत सरकार से राजनीतिक मंजूरी नहीं मिल पाई है.
नवजोत सिंह सिद्धू वीजा के साथ, वह वाघा बॉर्डर तो पार कर सकते हैं लेकिन एक भारतीय राज्य विधायिका के निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में उन्हें राजनीतिक मंजूरी की आवश्यकता होगी.
शनिवार को ही मांगी अनुमति
इससे पहले पाकिस्तान सरकार की ओर से निमंत्रण स्वीकार करने के बाद पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर से करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सरकारी मंजूरी मांगी है.
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से तीन दिन पहले यह समारोह आयोजित होगा. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार द्वारा 9 नवंबर को करतारपुर गलियारे (कॉरिडोर) के उद्घाटन में भाग लेने के लिए सिद्धू को आमंत्रित किया गया. क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने पाकिस्तान का यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
पहले राजनीतिक मंजूरी जरूरी
भारत सरकार ने पहले ही साफ कर रखा है कि पाकिस्तान सरकार द्वारा आमंत्रित किए गए सभी लोगों को पहले राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी. इस आधार पर निमंत्रण मिलते ही नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और विदेशमंत्री एस जयशंकर से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति मांग ली.
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश पर सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सीनेटर फैसल जावेद ने नवजोत सिंह सिद्धू से संपर्क किया और इस सप्ताह की शुरुआत में उन्हें इस समारोह के लिए आमंत्रित किया. सिद्धू ने कहा कि दुनियाभर से सिख समुदाय अपने आध्यात्मिक गुरु नानक देव से जुड़े पवित्र मंदिर के दर्शन के लिए उत्सुक हैं.
पिछले साल अगस्त में नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भी शिरकत की थी, जिसकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने काफी आलोचना की थी.