भारत-पाकिस्तान के बीच बहाल हुई शांति वार्ता रफ्तार पकड़ने वाली है. पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने इंडिया टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत में नई 'व्यापक द्विपक्षीय वार्ता' पर पाकिस्तान का रुख स्पष्ट किया. वहीं, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बारे में पूछे जाने पर वह पीछे हट गए. उन्होंने दाऊद के खिलाफ कार्रवाई पर कोई भरोसा नहीं दिया.
PAK चाहता है आगे बढ़े बातचीत का सिलसिला
बासित ने कहा, 'पाकिस्तान चाहता है कि बातचीत का यह सिलसिला आगे बढ़े और अगले दौर की वार्ता इस्लामाबाद में हो.' पिछले साल जब विदेश सचिव स्तर की वार्ता रुकी थी तो पूर्व विदेश सचिव सुजाता सिंह इस्लामाबाद जाने वाली थीं. लेकिन उससे पहले बासित ने अलगाववादियों को बुलाकर उनसे बात की थी और सुजाता का दौरा टल गया था.
शांति वार्ता बहाली के बाद पहला इंटरव्यू
भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता बहाल होने के बाद पाकिस्तान के उच्चायुक्त का किसी मीडिया समूह को दिया यह पहला इंटरव्यू है. बासित ने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि अब दोबारा शुरू हुई बातचीत पटरी से उतरे. दोनों देशों के लिए यह सुनिश्चित करना अहम है कि किसी दूसरे आतंकी हमले के चलते बातचीत का सिलसिला न टूटे.
बैंकॉक में इन मुद्दों पर हुई बात
बासित ने बैंकॉक में भारत-पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हुई बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'उसमें इस पर भी चर्चा हुई थी कि आतंकी हमले की स्थिति में क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए. हम आतंकी हमलों की वजह से दोनों देशों के रिश्ते नहीं बिगड़ने देंगे. अब दोनों देश जल्दी से जल्दी बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं.'
दाऊद के खिलाफ किसी कार्रवाई का भरोसा नहीं
बासित ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर तो बात की, लेकिन जब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उसके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई का वादा करने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने भरोसा दिलाया कि मुंबई हमलों के गुनहगारों को सजा जरूर होगी.
सियाचिन और सर क्रीक पहले सुलझाएं
बासित ने कहा कि सियाचिन और सर क्रीक के मुद्दे भारत और पाकिस्तान को तुरंत सुलझा लेने चाहिए. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सरकार वीजा प्रक्रिया को आसान करने, जम्मू-कश्मीर और पीओके के बीच नया रूट बनाने और कारोबार बढ़ाने पर काम कर रही है.