उरी हमले को लेकर पाकिस्तान ने चोरी के बाद सीनाजोरी का रुख अख्तियार किया है. भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने विदेश सचिव से एस जयशंकर के सबूतों को सिरे से खारिज कर उलटे भारत पर ही खुद को बदनाम करने के आरोप मढ़ दिए हैं. दूसरी ओर, उरी हमले को लेकर भारत की कार्रवाई और सुरक्षा के मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को नॉर्थ ब्लॉक में सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
PAK ने खारिज किए सारे सबूत
बुधवार को विदेश सचिव ने उरी हमले को लेकर PAK उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया था. जहां उरी में हुए हमले में पाकिस्तान की भूमिका के सबूत बासित को दिए थे. इस पर अब्दुल बासित ने 4 बिंदुओं में जवाब दिया. पाकिस्तानी उच्चायोग के सूत्रों के मुताबिक, बासित ने विदेश सचिव जयशंकर के आरोपों को सिरे से खारिज किया. बासित ने कहा कि ये आरोप निराधार हैं और कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार के हनन से ध्यान भटकाने के लिए है. बासित बोले कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ प्रोपेगेंडा मशीन बंद करनी चाहिए और बातचीत के जरिए कश्मीर मसले का हल निकाला जाना चाहिए.
नॉर्थ ब्लॉक में गृहमंत्री की बैठक
उरी हमले के बाद सीमापार सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों के साथ नॉर्थ ब्लॉक में बैठक बुलाई है. इस बैठक में इंटेलीजेंस ब्यूरो चीफ और भारतीय सुरक्षा सलाहकार भी शामिल हुए. मीटिंग के दौरान राजनाथ सिंह सीमापार से हो रही घुसपैठ को लेकर मिल रही खुफिया सूचनाओं का करीब से अध्ययन करेंगे. बता दें कि उरी हमले के बाद भारतीय सेना की तैयारियों को लेकर सवाल खड़े किए गए थे. गृह मंत्रालय बीएसएफ, आईबी और रॉ से मिलने वाले सभी सूचनाओं को भी इकट्ठा करेगा ताकि भविष्य की नीतियां बनाई जा सके.