सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक ओर जहां देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है, वहीं पाकिस्तान ने एक बार फिर इसे पीओके में घुसकर किया गया हमला बताने से इनकार किया है. 'आजतक' से खास बातचीत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भारतीय सेना पर सीमापार से फायरिंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सर्जिकल स्ट्राइक नहीं, बल्कि सीजफायर का उल्लंघन था.
पाकिस्तान के सीनियर पुलिस अफसर की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि किए जाने संबंधी टेप के बारे में पूछे जाने पर बासित ने कहा कि यह मनगढ़ंत बात है. उन्होंने यह भी कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत भी मनगढ़ंत होते हैं. बासित ने पाकिस्तानी सेना विशेषज्ञ आएशा सिद्दिका की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि किए जाने के दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया.
कोई स्ट्राइक नहीं तो वीडियो सबूत क्या होंगे
सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत को लेकर मचे घमासान के बारे में पूछे जाने पर बासित ने कहा कि चूंकि सर्जिकल स्ट्राइक हुआ ही नहीं है, इसलिए पाकिस्तान इसके वीडियो सबूत को लेकर भी चिंतित नहीं है. उन्होंने कहा, 'अगर सर्जिकल स्ट्राइक हुआ होता, तो पाकिस्तान इसका कड़ाई से जवाब देता.' सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े मीडिया में आ रही खबरों पर बासित ने कहा कि वो मीडिया की खबरों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते.
सार्क सम्मेलन रद्द नहीं, स्थगित हुआ है
उरी हमले के बाद भारत सहित तमाम सदस्य देशों ने पाकिस्तान में प्रस्तावित सार्क सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया. बासित ने इस मसले पर कहा कि सार्क सम्मेलन स्थगित हुआ है, रद्द नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भविष्य में सार्क सम्मेलन की मेजबानी करेगा. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान हर मुल्क के साथ शांति चाहता है.'
मुंबई हमले के दोषियों को सजा दिए जाने में देरी पर बासित ने कहा कि पाकिस्तान प्रतिबद्ध है, लेकिन भारत के सहयोग के बिना इन मसलों पर असहाय है. उन्होंने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों के बावजूद पठानकोट मामले में हमारी जांच प्रगति पर है.'