कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनाव को देखते हुए भारत ने पाकिस्तान को चेनाब नदी पर बनने वाले दो हाइड्रो प्रोजेक्ट (1,000 मेवा. पकल दूल और 48 मेवा. कलनाल ) के निरीक्षण से मना कर दिया है.
पाकिस्तानी अधिकारियों का मानना है कि भारत की ओर से पूर्व में दी गई इजाजत से मुकरना दोनों देशों के बीच संबंधों में एक और बड़ी गिरावट है. अभी हाल में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की न्यूयॉर्क में प्रस्तावित मुलाकात टाल दी गई थी. हालांकि भारत का पक्ष इस मामले में दूसरा है. भारतीय अधिकारी मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में जब स्थानीय चुनाव हो रहे हों, तो पाकिस्तानी नुमाइंदों को आने की इजाजत देना उचित नहीं.
पाकिस्तानी प्रतिनिधियों का मंडल 7-12 अक्टूबर के बीच कश्मीर का दौरा करने वाला था. सूत्रों का कहना है कि 'जम्मू-कश्मीर में फिलहाल पूरा सुरक्षा तंत्र स्थानीय चुनावों की तैयारी में लगा है और सरकारी मशीनरी भी दबाव में है. ऐसे में पाकिस्तानी मंडल के लिए अलग से सुरक्षा मुहैया कराना संभव नहीं है.'
सूत्र ने यह भी कहा कि दौरा स्थगित किया गया है, रद्द नहीं.
पिछले महीने लाहौर में सिंधु जल संधि को लेकर दोपक्षीय वार्ता हुई थी. इसमें पाकिस्तान ने चेनाब नदी पर बनने वाले हाइड्रो प्रोजेक्ट को लेकर कुछ ऐतराज जताया था. भारत ने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज करते हुए कश्मीर आने का न्योता दिया था और कहा था कि निरीक्षण की इजाजत दी थी.
पाकिस्तान में अधिकारियों ने कहा, 'ऐसा लगता है कि हालिया मुलाकात रद्द होने का यह नतीजा है क्योंकि ऐसी घटनाओं से दूसरे मुद्दों पर भी असर पड़ता है.'
सूत्रों का कहना है कि जल संधि पर वार्ता में कोई अड़चने नहीं आई हैं क्योंकि ऐसी बातचीत तब भी नहीं रुकी जब दोनों देशों के बीच संबंध काफी बिगड़ गए थे. भारत में एक सूत्र ने कहा, 'दौरा रद्द करने का कोई कारण नजर नहीं आता क्योंकि वर्षों से इस पर बात चलती रही है. यह केवल स्थगित किया गया है.'
एक अधिकारी ने कहा, 'जल संधि का यह कोई उल्लंघन नहीं है. संधि में दौरे की बात कही गई है लेकिन तारीख के बारे में जिक्र नहीं है. भारत खुद इस दौरे को लेकर तैयार हुआ है और इसकी तैयारियां चल रही हैं लेकिन सुरक्षा के लिहाज से चुनाव के साथ-साथ इसे नहीं कराया जा सकता.'
हाल में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात होनी थी लेकिन कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की 'जघन्य' हत्या, एक बीएसएफ जवान की बर्बर हत्या और कश्मीरी आतंकी बुरहान वानी के नाम पर डाक टिकट जारी कर उसके 'महिमामंडन' के खिलाफ भारत ने ऐन वक्त पर दौरा रद्द कर दिया.