ब्रिटिश उपन्यासकार सलमान रुश्दी का कहना है कि पाकिस्तान दुनियाभर के आतंकवाद का केंद्र है और उसके साथ नरमी से किए गए व्यवहार का कोई परिणाम नहीं निकला है.
बुधवार शाम को एशिया सोसायटी के सभागार में 'मुंबई हमले’ पर आयोजित एक चर्चा में भाग लेते हुए रुश्दी ने कहा कि अल कायदा, तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के मुख्यालय विश्व दुनिया के आतंकवाद के केंद्र पाकिस्तान में हैं. दुनियाभर के आतंकवाद की राहें पाकिस्तान से निकलती हैं.
इस चर्चा का अयोजन एशिया सोसायटी, एशियाई पत्रकार संघ और भारत-अमेरिका कला परिषद ने किया था. चर्चा में प्रसिद्ध लेखक सुकेतु मेहता और मीरा कामदार भी उपस्थित थीं. मीरा की भतीजी और उनके पति की मुम्बई हमलों में मौत हो गई थी. तीनों लेखकों ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कदम नहीं उठाने और पर्याप्त सबूत के बावजूद मुम्बई हमलों में पाकिस्तानी तत्वों के शामिल होने को नहीं स्वीकार करने के लिए पाकिस्तानी नेतृत्व की निंदा की.
रुश्दी ने कहा कि अमेरिका सरकार ने आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान को लाखों डॉलर की रकम दी है, परंतु नरमी से व्यवहार करने का पाकिस्तान पर कोई प्रभाव नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि केवल दो महीने पहले जरदारी सरकार ने लश्कर सरगना को एक बख्तरबंद वाहन खरीदने की अनुमति दी थी. वह पाकिस्तानी सेना से खरीदे गए बख्तरबंद वाहन से पूरे देश में घूम रहा था. मेहता का कहना था कि पाकिस्तानी खुफिया संस्था आईएसआई को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया जाना चाहिए.