कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए केंद्र सरकार की ओर से नियुक्त किए गए वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा श्रीनगर में अपने मिशन में जुट गए हैं. उन्होंने सोमवार को श्रीनगर पहुंचने के दो घंटे बाद ही विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बात करना शुरू कर दिया. दूसरी तरफ, सरहद पार से पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और आतंकी संगठनों के गठजोड़ ने दिनेश्वर शर्मा के प्रयासों को पटरी से उतारने के लिए नापाक हरकतें बढ़ा दी हैं. इनमें घुसपैठ की कोशिशें बढ़ाने के साथ घाटी में हमलों में तेजी लाना शामिल है.
खुफिया इनपुट्स के आधार पर सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात का संज्ञान लिया है कि पाकिस्तानी सेना अपनी बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के जरिए सरहद पर हमले तेज करने की फिराक में हैं. साथ ही घाटी में अस्थिरता फैलाने के लिए सरहद पार से और कई नापाक कदम उठाने का भी मंसूबा है. सुरक्षा बलों की ओर से एक संदेश पकड़ा गया है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर आतंकियों को घुसपैठ बढ़ाने के लिए निर्देश दे रहा है. आतंकियों से ये भी कहा जा रहा है कि अगर वो घुसपैठ में नाकाम रहते हैं तो IED लगाकर अग्रिम चौकियों को उड़ा दें.
इसके अलावा 22 अक्टूबर को सैयद सलाहुद्दीन ने मुजफ्फराबाद में एक बड़ा जमावड़ा किया था जिसमें लश्कर-ए-तैयबा , जैश-ए-मोहम्मद के कमांडरों के अलावा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. इस जमावड़े में सैयद सलाहुद्दीन ने इस बात पर जोर दिया कि कश्मीर में कड़ाके की ठंड पड़ने से पहले कम से कम 40 आतंकियों को घाटी में भेजा जाना चाहिए.
23 अक्टूबर को भारत सरकार ने कश्मीर के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो के पूर्व प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त किया. इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तानी सेना और सरहद पार के तमाम आतंकी संगठनों ने घुसपैठ की कोशिशें और हमले तेज करने के मंसूबे पर अमल करना शुरू कर दिया.
जानकारी के मुताबिक पाक अधिकृत कश्मीर के कोटली में 25 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना के ब्रिगेड कमांडर ने स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के साथ बैठक की. इस मौके पर आतंकी संगठनों के सरगना और कमांडर भी मौजूद थे. ब्रिगेड कमांडर ने BAT को 8-10 के ग्रुपों में हमले तेज करने के साथ आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें तेज करने के लिए कहा. स्पेशल सर्विस ग्रुप के 3 SSG और 2 SSG यूनिट को तबाही की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है.
पाक अधिकृत कश्मीर में मुजफ्फराबाद के साथ ही मानशेरा, कोटली पाकिस्तानी सेना की 10 कोर का इलाका है. यहां कट्टर इस्लामी संगठनों को पनपने के लिए पूरा खाद पानी मिलता है. यहीं से आतंकी 2-3 के गुट बनाकर जासूसी को अंजाम देते हैं.