पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर शुक्रवार को सैकड़ों की भीड़ ने पथराव किया. ननकाना साहिब का नाम बदलने और सिखों को वहां से भगाने के नारे भी लगाए गए. इस घटना के बाद भारत ने सिख समुदाय की सुरक्षा की मांग की. वहीं, पाकिस्तान ने दो मुस्लिम गुटों का झगड़ा बताकर मामले को दबाने की कोशिश की.
इस पर जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ननकाना साहेब में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जो किया वह पूरी तरह से निंदनीय है. उन्होंने लिखा कि थर्ड ग्रेड और निम्न दर्जे के लोग ही दूसरे समुदाय के लोगों के साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं.
What the Muslim fundamentalists have done in Nankana saheb is utterly reprehensible and totally condemnable . What kind of third grade sub human and inferior quality people can behave this way with a vulnerable group of another community
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 3, 2020
भारत ने गुरुद्वारा पर हमले और तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘सिख धर्म के पवित्र तीर्थस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले की भारत कड़ी निंदा करता है. हम पाकिस्तान सरकार से मामले में जल्द सिख समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग करते हैं. इसके साथ ही सिख समुदाय के सबसे बड़े तीर्थस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.’
फंसे श्रद्धालुओं को निकालने की अपील
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मामले में फौरन दखल देने और वहां फंसे सिख श्रद्धालुओं को निकालने की अपील की. उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के ट्विटर हैंडल को मेंशन करते हुए ट्वीट किया, 'पाकिस्तानी पीएम इमरान खान मामले में फौरन दखल दें और ननकाना साहिब गुरुद्वारा में फंसे श्रद्धालुओं को निकालना सुनिश्चित करें. साथ ही आक्रोशित भीड़ से ऐतिहासिक गुरुद्वारा की सुरक्षा सुनिश्चित करें.'
मामले की पूरी जानकारी
ननकाना साहिब गुरुद्वारे में ग्रंथी का आरोप है कि उनकी बेटी जगजीत कौर का कुछ लोगों ने बंदूक की नोक पर अपहरण किया और उसका जबरन निकाह कराया गया. वहीं एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में लड़की ने दावा किया कि उसने खुद अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कराया और हसन से निकाह किया है. इस मामले के सामने आने के बाद से ही सिख समुदाय के लोग आक्रोशित है.
वहीं, गुरुद्वारे पर पथराव का नेतृत्व मोहम्मद हसन के परिवार ने किया. जिसने कथित तौर पर सिख लड़की जगजीत कौर का अपहरण किया और उससे निकाह कर लिया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे लोग यहां गुरुद्वारे के होने के खिलाफ हैं.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे जल्द ही इस जगह का नाम ननकाना साहिब से गुलाम-ए-मुस्तफा करवाएंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोई भी सिख ननकाना में नहीं रहेगा. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए कई पत्थरबाजों को गिरफ्तार कर लिया. पत्थरबाजी के दौरान कई लोग गुरुद्वारे में ही फंस गए.