scorecardresearch
 

पाकिस्तान को रद्द कर देना चाहिए ईशनिंदा नियम: मानवाधिकार कार्यकर्ता

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ी एक शीषर्स्थ अधिकारी का मानना है कि पाकिस्तान को ईशनिंदा संबंधी अपना कानून रद्द कर देना चाहिए क्योंकि इसके प्रावधानों को देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ उपयोग किया जा रहा है.

Advertisement
X

Advertisement

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ी एक शीषर्स्थ अधिकारी का मानना है कि पाकिस्तान को ईशनिंदा संबंधी अपना कानून रद्द कर देना चाहिए क्योंकि इसके प्रावधानों को देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ उपयोग किया जा रहा है.

यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजिअस फ्रीडम की आयुक्त नीना शिया ने कहा ‘‘पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति काफी खराब है, हालांकि उन्हें कानून के तहत कुछ अधिकार दिए गए हैं, लेकिन अल्पसंख्यक सदस्य इस ईशनिंदा कानून के तहत कई ऐसे आरोपों के प्रति बहुत संवेदनशील हैं, जो अमूमन झूठे होते हैं.’

पाकिस्तान सरकार से इस कानून को निरस्त करने की अपील करते हुए नीना ने कहा ‘‘ऐसे कानून न केवल दबावकारी होते हैं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नष्ट कर देते हैं.’’ अधिकारी ने पाकिस्तान को सबसे ज्यादा दान देने वाले देश अमेरिका से कहा कि वह इस्लामाबाद पर इस बात का दबाव बनाए कि वह इस कानून को रद्द कर दे.

Advertisement

नीना ने यह वक्तव्य अमेरिका में पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाले कई संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दिया.

इस मौके पर अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान के संस्थापक अहमर मुस्तिखान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों, हिंदुओं, ईसाइयों, सिखों और कादियानों को कोई अधिकार नहीं हैं.

Advertisement
Advertisement