आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान मुंबई हमले के तार भले ही लंदन और बांग्लादेश से जोड़ने की कोशिश करे, लेकिन पाकिस्तान के लिए लंदन से साफ संदेश है, कि जल्दी करो, जांच आगे बढ़ाओ और सामने लाओ नतीजा.
मुंबई हमले की जांच पर शुरू से टालमटोल का रवैया अपना रहे पाकिस्तान को ये नसीहत मिली है ब्रिटेन की तरफ से. लंदन में ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड मिलीबैंड ने दो टूक कहा है कि पाकिस्तानी हुकूमत के लिए इस वक्त पहला काम यही है कि मुंबई हमलों के सिलसिले में जितने लोग पाकिस्तान में पकड़े गए, उनपर जल्द मुकदमा चलाएं, औऱ अगर वो दोषी साबित हुए, तो उन्हें जल्द सजा भी दी जाए.
हालांकि मिलिबैंड ने माना कि पिछले महीने उनके दौरे के बाद से इस्लामाबाद ने कुछ कदम जरूर उठाए हैं, लेकिन अब उनसे आगे बढ़ने की जरूरत है. दूसरी तरफ़, ख़बर है कि मुंबई हमले पर पाकिस्तान ने अपना जवाब तैयार कर लिया है.
पाकिस्तानी अखबार 'द नेशन' के मुताबिक पाक हुकूमत किसी भी वक्त अपना जवाब भारत को सौंप सकती है. पाकिस्तान में इस बारे में आखिरी दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है. इसी सिलसिले में भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त शाहिद मलिक को भी इस्लामाबाद बुलाया गया था. पाक के विदेश सचिव सलमान बशीर ने मलिक को बुलाकर उनसे देर तक बातचीत की.
हालांकि सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान ने ख़ुद को मुंबई हमले की साज़िश से अलग बताने की तैयारी कर रखी है. अपनी रिपोर्ट में पाक इस बात से मुकर सकता है कि हमलों की साजिश उसकी जमीन पर रची गई लेकिन ये भी साफ है कि आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान हर तरफ़ से घिर चुका है, मुंबई हमले के मामले ज़्यादा हीला हवाली से उसकी मुसीबत बढ़ सकती है.