आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्तान एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया. कुछ दिन पहले खबर आई थी कि बैन के बावजूद पाकिस्तान में खूंखार आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के दफ्तर धड़ल्ले से चल रहा है. हालांकि बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव की वजह से पाकिस्तान को खूंखार आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा है. पाकिस्तान सरकार द्वारा दोनों संगठनों के बैंक अकाउंट्स सीज कर दिए गए हैं.
पीएम शाहिद खकान अब्बासी को भी आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में बताया गया है.
वहीं आंतरिक मंत्रालय ने आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत की सभी संपत्तियों को भी जब्त करने का आदेश दिया है. इस वजह से दोनों संगठनों से जुड़े 70 से ज्यादा लोगों के अकाउंट भी सीज हुए हैं. दोनों संगठनों के पास करीब 1 करोड़ 10 लाख पाकिस्तानी रुपये मौजूद थे. वहीं इन 70 लोगों के खिलाफ 141 केसों की पहचान भी की गई है.
इसके अलावा पंजाब और इस्लामाबाद प्रांत के प्रशासन द्वारा जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत की 170 संपत्ति जिसमें एंबुलेंस भी शामिल हैं, को जब्त किया है. साथ ही दोनों संगठनों की 40 वेबसाइट को भी बंद कर दिया गया है. पाकिस्तान सरकार ने खुद पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी को लेटर लिखकर इन वेबसाइट को ब्लॉक और शटडाउन करने की मांग की है.