लाहौर में आत्मघाती विस्फोटकों, अत्याधुनिक हथियारों और हथगोलों से लैस आतंकवादियों ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिये एकत्र हुए अहमदी मसलक से जुड़े सैकड़ों लोगों से भरी दो मस्जिदों पर जबर्दस्त हमला करके 80 लोगों की हत्या कर दी तथा अनेक अन्य को घायल कर दिया.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की पंजाब शाखा से जुड़े आतंकवादियों के दो समूहों ने तंग इलाके गढ़ी शाहू और मॉडल टाउन में स्थित दो मस्जिदों में स्थानीय समयानुसार दोपहर एक बजकर 45 मिनट पर सुनियोजित ढंग से हमला किया. उस वक्त दोनों मस्जिदों में 1500 से ज्यादा लोग मौजूद थे.
टीटीपी की पंजाब शाखा में लश्कर-ए-झांगवी जैसे शिया विरोधी विचारों वाले प्रतिबंधित संगठनों के कट्टरपंथी तत्वों को शामिल किया गया है. ‘जियो न्यूज’ चैनल की पुलिस तथा बचाव पक्ष के सूत्रों के हवाले से दी गई खबर में हमलों में 80 लोगों के मारे जाने तथा अनेक अन्य के घायल होने की बात कही गई है. पूर्व में कट्टरपंथी सुन्नी संगठनों का निशाना बन चुके अहमदी मसलक की मस्जिदों से गोलियां चलने तथा धमाकों की आवाजें सुनाई दीं.
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने दोनों मस्जिदों को घेरे में ले लिया. पंजाब पुलिस के प्रमुख तारिक सलीम डोगर ने कहा मॉडल टाउन स्थित मस्जिद में पुलिस ने एक हमलावर को मार गिराया जबकि दो को गिरफ्तार कर लिया गया। मारे गए हमलावर ने आत्मघाती बेल्ट पहन रखी थी. {mospagebreak}
‘जियो न्यूज’ की खबर के मुताबिक मॉडल टाउन स्थित मस्जिद पर सात आतंकवादियों ने हमला किया. सूत्रों के मुताबिक हमलों में मारे गए लोगों में पाकिस्तानी सेना के एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तथा अनेक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. प्रशासन के मुताबिक वारदात में घायल हुए 28 लोगों को जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से तीन ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया.
सर्विस अस्पताल में 40 घायलों को भर्ती कराया गया है. अधिकारियों के मुताबिक एक घायल हमलावर का जिन्ना अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. आतंकवादियों से संघर्ष के दौरान पुलिस अधीक्षक हैदर अशरफ समेत सात पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. मॉडल टाउन की मस्जिद में हालात पर आतंकवादियों के हमले के करीब एक घंटे बाद काबू पा लिया गया था जबकि गढ़ी शाहू में मस्जिद को दहशतगर्दों से मुक्त कराने में करीब पौने तीन घंटे लगे. इस मस्जिद में घुसे आतंकवादी मीनारों पर चढ़कर गोलियां बरसा रहे थे.
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अनेक हमलावरों ने कमर में विस्फोटकों से भरी बेल्ट पहन रखी थी. गढ़ी शाहू की मस्जिद में कम से कम दो फिदायी हमलावरों ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया. आतंकवादियों ने मस्जिदों में घुसते ही हाथगोले फेंके और अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी.