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कर्ज चुकाने के लिए लेना पड़ता है कर्ज, फिर भी परमाणु हथियारों पर इतराता है पाकिस्तान

पाकिस्तान में आतंकवाद, खराब कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, महंगाई चरम पर है. पड़ोसी मुल्क की माली हालत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है.

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नवाज शरीफ
नवाज शरीफ

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जम्मू-कश्मीर के उरी में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है. बीते रविवार को जब हमले की खबर आई तो पाकिस्तान की ओर से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. इस हमले में पाकिस्तान की जमीन से आए आतंकवादियों के हमले की बात सामने आते ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने धमकी दी कि अगर पड़ोसी मुल्क नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो वो परमाणु हमला कर देंगे. वहीं, पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने कहा कि उनकी सेना किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार है.

ऐसा पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान ने भारत से तनाव बढ़ने पर परमाणु हथियार के इस्तेमाल की धमकी दी है. पड़ोसी मुल्क इससे पहले प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर अपने परमाणु हथियारों के जखीरे पर गुमान करता रहा है. लेकिन पाकिस्तान के हुक्मरान भारत की ओर आंख उठाने से पहले शायद अपनी औकात भूल जाते हैं. भारत एक ओर जहां दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में एक है, वहीं पाकिस्तान दाने-दाने को मोहताज मुल्क है. पाकिस्तान की हथियारों की क्षमता भी भारत से कम है जबकि अंतरराष्ट्रीय जगत में अपने कारनामों से अलग-थलग पड़ा हुआ है.

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यह है पाकिस्तान की हकीकत


1. पाकिस्तान में आतंकवाद, खराब कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, महंगाई चरम पर है. पड़ोसी मुल्क की माली हालत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर भारत में जहां दूध 40 से 50 रुपये प्रति लीटर मिलता है, वहीं पाकिस्तान में यह दोगुने दाम यानी 80 से 90 रुपये प्रति लीटर में मिलता है.

2. पाकिस्तान की इकोनॉमी कर्ज पर आधारित है. पाकिस्तान पर दुनियाभर के देशों से कुल 163 बिलियन डॉलर यानी 17 खरब रुपये का कर्ज है. चाहे घर खरीदना हो, पढ़ाई करनी हो, लोन की किश्त चुकानी हो, ऐसे हर काम के लिए वहां की जनता को कर्ज लेना पड़ता है.

3. हर साल पाकिस्तान को 50 अरब डॉलर यानी 3 लाख 40 हजार करोड़ रुपए का कर्ज चुकाना होता है. हर पाकिस्तानी के ऊपर 1 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है. कर्ज की किश्त चुकाने के लिए भी पाकिस्तान को कर्ज लेना पड़ता है.

4. पाकिस्तान कुल 232 अरब डॉलर की इकोनॉमी है और हर साल उसे कुल टैक्स रेवेन्यू का 44 फीसदी बतौर ब्याज चुकाना पड़ता है. पाकिस्तान का कुल बजट 8 लाख 43 हजार करोड़ रुपए का है.

5. पाकिस्तान में कुल टैक्स रेवेन्यू का 68 फीसदी अप्रत्यक्ष टैक्स से आता है, जिसके कारण वहां और गरीबी बढ़ रही है. पाकिस्तान में जब भी राजस्व में कोई कमी महसूस होती है तो वह IMF और वर्ल्ड बैंक की तरफ देखता है.

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6. अमेरिका, चीन समेत दुनिया के कई देश आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान को पैसे देते हैं. लेकिन पाकिस्तान इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार, आंतकवाद को बढ़ावा देने में करता है.

7. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान 175 देशों में 112 वें नंबर पर है. पाकिस्तान की 98 फीसदी आबादी टैक्स नहीं देती, यहां तक की दो-तिहाई से ज्यादा सांसद भी टैक्स नहीं देते.

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