'आजतक' पाकिस्तान की उस ना 'पाक' चाल का खुलासा करने जा रहा है, जिससे जानकर कोई भी हैरान रह जाए, जिसे जानकर यकीन करना मुश्किल हो जाए कि पाकिस्तान इस हद तक गिर सकता है. आतंकियों को ट्रेनिंग देकर भारत में भेजना, POK में ट्रेनिंग कैंप चलाना, आतंक के लिए फंड की उगाही करना और आतंक के आकाओं को अपने यहां पनाह देना ये सब उसकी फितरत में था. लेकिन इस बार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अपनी हद पार करते हुए उन आतंकी गुटों को कश्मीर में तबाही मचाने के लिए तैयार कर रहा है जो उसकी जेलों में बंद हैं.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने इस बार घिनौनी चाल चली है जिसको भारतीय खुफिया एजेंसियों ने डिकोड कर लिया है. पाकिस्तान अब अपनी जेलों में बंद तहरीक-ए- तालिबान के आतंकियों को इस शर्त पर छोड़ने और जेलों से आजाद करने के लिए कहा है कि वो कश्मीर घाटी में जाकर 'जेहाद' के नाम पर लड़ाई लड़ें. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इन कैदियों को जैश- ए- मोहम्मद के बैनर तले जेहाद करने के लिए तैयार किया है.
बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) वही आतंकी संगठन है जिसने 2014 में खुद पाकिस्तान में पेशावर के आर्मी स्कूल में फिदायीन हमला किया था, जिसमें 126 बच्चों की मौत हो गई थी. कश्मीर की लड़ाई लड़ते-लड़ते पाकिस्तान अब इस हद तक गिर गया है कि जिन आतंकियों ने उसके यहां मासूम बच्चों का खून स्कूल में बहाया. उन आतंकियों पर भी कश्मीर के नाम पर सट्टा लगा रहा है और उनको जेहाद के लिए पाक की अलग- अलग जेलों से रिहा कर कश्मीर में मौत का मातम फैलाने के लिए बड़ी चाल चल रहा है, लेकिन शायद ISI को ये पता नहीं है कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों की तरह तहरीक-ए- तालिबान के आतंकियों को जहन्नुम पहुंचाने के लिए सुरक्षा बल तैयार हैं.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान किस तरीके का खतरनाक आतंकी संगठन है
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जिसे कभी-कभी सिर्फ टी-टी-पी (TTP) या फिर पाकिस्तानी तालिबान भी कहते हैं. पाक- अफगान सीमा के पास स्थित जनजातीय क्षेत्र से उभरने वाले खतरनाक उग्रवादी गुटों का यह एक संगठन है. यह अफगानिस्तानी तालिबान से अलग है, पर उनकी विचारधाराओं से काफी हद तक सहमत है. इनका ध्येय पाकिस्तान में शरिया पर आधारित एक कट्टरपंथी इस्लामी अमीरात को कायम करना है. इसकी स्थापना दिसंबर 2007 को हुई जब बैतुल्लाह महसूद के नेतृत्व में 13 गुटों ने एक तहरीक (अभियान) में शामिल होने का निर्णय लिया. जनवरी 2013 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने घोषणा की, कि वे भारत में भी शरिया-आधारित अमीरात चाहते हैं और वहां से लोकतंत्र और धर्म-निरपेक्षता खत्म करने के लिए लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि वे कश्मीर में सक्रीय होने के प्रयास कर रहे हैं. 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के सैनिक स्कूल पर हमला करके तहरीक-ए-तालिबान के छः आतंकियों ने 126 बच्चों की हत्या कर दी.
भरोसेमंद जैश-ए-मोहम्मद को खास आतंकी ट्रेनिंग दिला रहा है ISI
आज तक को मिली खुफिया रिपोर्ट से यह जानकारी भी मिली है कि पाकिस्तान अब हिजबुल मुजाहिद्दीन और लश्कर के आतंकवादियों पर इतना भरोसा नहीं कर रही है. पाकिस्तान को भरोसा है जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों पर. खुफिया रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मसूद अजहर की एक मीटिंग हुई है इस मीटिंग के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को सपोर्ट करते हुए कश्मीर घाटी में बड़े आतंकी हमले का प्लान तैयार किया है.
इसके लिए पाकिस्तान में पाक अधिकृत कश्मीर के नियाली (NYALI) में जैश-ए-मोहम्मद के 20 से 35 आतंकवादियों को हथियार चलाने और आधुनिक साजो-सामान की ट्रेनिंग दी है. जिससे यह आतंकी सीमा पार से घुसपैठ कर सकें. यही नहीं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद पुराने पाक आर्मी खाली ट्रेनिंग कैंप में 100 से 150 आतंकवादियों को हथियार चलाने की खास ट्रेनिंग दी, यह ट्रेनिंग पाकिस्तान आर्मी के कमांडो ग्रुप SSG के जरिए दी जा रही है. रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि इन कैंपों में सबसे ज्यादा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शामिल हैं. जिनको बाद में कश्मीर में भेजकर आतंक फैलाने के निर्देश दिए गए हैं.
कश्मीर घाटी में इस साल अब तक 67 आतंकी हुए हैं ढेर
'आजतक' को मिली रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी में इस साल जनवरी से लेकर अब तक सुरक्षाबलों ने 67 आतंकवादियों को ढेर किया है. रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 27 आतंकी विदेशी हैं, जिसमें सबसे ज्यादा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हैं. इसके साथ ही 35 आतंकी लोकल हैं, जो कि लश्कर और हिजबुल मुजाहिद्दीन तंजीम से आते हैं. सुरक्षा बल इस साल जबसे ऑपरेशन ऑल आउट-2 शुरू किया है तब से आतंकियों के बड़े-बड़े कमांडर ढेर हो चुके हैं हाल में ही सुरक्षाबलों ने पांच आतंकवादियों को ढेर किया था.