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पोरबंदर घुसपैठ: 5 सवालों के नहीं मिले जवाब

अरब सागर में पोरबंदर के पास पाकिस्तानी बोट की घुसपैठ को भले ही कोस्ट गार्ड ने नाकाम कर दिया, लेकिन कई सवाल ऐसे हैं, जिनका जवाब अभी तक नहीं मिला है.

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अरब सागर में पोरबंदर के पास पाकिस्तानी बोट की घुसपैठ को भले ही कोस्ट गार्ड ने नाकाम कर दिया, लेकिन कई सवाल ऐसे हैं, जिनका जवाब अभी तक नहीं मिला है. इनमें सबसे अहम सवाल यह है कि बोट पर सवार चार लोगों का क्या हुआ? कोस्ट गार्ड हेडक्वार्टर की ओर से दी गई जानकारी में खराब मौसम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि जब इंटेलीजेंस इनपुट समय से मिल गया था तो उन चार लोगों को पकड़ा क्यों नहीं जा सका? ऐसे कई और सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने अभी बाकी हैं.

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1- 31 दिसंबर की रात कराची के केटी बंदरगाह से जो बोट भारतीय समुद्री सीमा में घुसी थी, उस पर चार लोग देखे गए थे. कोस्ट गार्ड की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक वे चारों आग में जले नहीं, पानी में कूद गए थे. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि इनमें से कोई भी पकड़ा क्यों नहीं गया?

2- कोस्ट गार्ड के आईजी कुलदीप सिंह शेवरान ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि अरब सागर में पाकिस्तान की ओर से आई जिस नाव में विस्फोट में हुआ था, उस पर सवार दो लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन दो लोग लाइफ जैकेट पहनकर समंदर में कूद गए और भागने में कामयाब रहे. उन्होंने बताया है कि नाव में सवार चारों लोगों ने जींस और टी-शर्ट पहन रखी थी. वे मछुआरे नहीं थे तो वे कौन थे और कहां गए?

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3 - पहली बोट में धमाका होने के बाद 31 दिसबंर की सुबह 5 बजे दूसरी बोट से एक संदेश रिकॉर्ड किया था, जिसमें कहा गया कि इस बोट ने अपना काम कर दिया. अब सवाल यह है कि कोस्ट गार्ड की इतनी मुस्तैदी के बाद भी बोट अपने कौन से मंसूबे में सफल रही?

4 - बोट से रिकॉर्ड संदेश में सुनाई दिया कि 'सामान सुपुर्द' कर दिया है, लेकिन बोट में छेद हो गया और इसलिए उसे वापस भागना पड़ रहा है. हैरत की बात यह है कि संदेश रिकॉर्ड होने के बाद भी बोट पाकिस्तानी सीमा में वापस पहुंचने में कामयाब रही.

5- 31 दिसंबर की सुबह 9 बजे कराची से पोरबंदर की तरफ आ रही दो फिशिंग बोट के बीच हुई बातचीत के रिकॉर्ड से पता चलता है कि ये बोट पाकिस्तान मेरीटाइम एजेंसी और पाक आर्मी के साथ लगातार संपर्क में थी. इस बोट से लगातार कराची और थाईलैंड में बात चल रही है, लेकिन इतना इनपुट होने के बाद भी इन दोनों बोट का क्या हुआ, इसका कुछ पता नहीं चला है.

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